वक्फ संशोधित कानून के खिलाफ माले और इंसाफ मंच ने किया विरोध प्रदर्शन

वक्फ संशोधित कानून के खिलाफ भाकपा माले और इंसाफ मंच के आह्वान पर बेतिया में विरोध मार्च निकाला गया, जो शहीद पार्क से शुरू होकर समाहरणालय गेट तक पहुंचा। वक्ताओं ने इसे न केवल मुस्लिम समाज की धार्मिक आजादी पर हमला बताया, बल्कि संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ एक कदम करार दिया। मार्च में विभिन्न संगठनों और समुदायों के नेताओं ने भाग लिया और भाजपा समेत उसके सहयोगी दलों पर तीखा हमला बोला।


मुख्य बिंदु:

  1. वक्फ संशोधित कानून संविधान पर खुला हमला : वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता
  2. मुस्लिम समाज के धार्मिक आजादी पर हमला बर्दाश्त नहीं करेगा भाकपा-माले: सुनील कुमार राव
  3. नितीश कुमार और चन्द्रबाबू नायडू ने धर्मनिरपेक्षता का चोला पहनकर मुसलमानों के साथ धोखा किया : अखतर इमाम
  4. नीतीश कुमार की जेडीयू, चिराग पासवान की एलजेपी (आर) और जीतनराम मांझी की HAM वक्फ कानून का समर्थन कर देश के गंगा जमुनी तहजीब को नष्ट किया है: फरहान राजा
  5. वक्फ़ संशोधित कानून मुस्लिम समाज का सिर्फ सवाल नहीं लोकतांत्रिक सवाल है: सुनील कुमार राव

बेतिया | वक्फ संशोधित कानून के खिलाफ भाकपा माले और इंसाफ़ मंच के राज्य स्तरीय आह्वान पर बेतिया में शहीद पार्क से प्रतिवाद मार्च शहर के विभिन्न मार्गों से होतें हुए समाहरणालय गेट पर पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया, हम संविधान बचाने निकले हैं आओ हमारे साथ चले, सांप्रदायिक व संविधान विरोधी वक्फ संशोधित कानून वापस लो, संविधान पर खुला हमला नहीं चलेगा, मुस्लिम समाज के धार्मिक आजादी पर हमला नहीं सहेगें, फासिस्ट भाजपा हो बर्बाद, मुस्लिमो पर हमला नहीं सहेगें, गरीबों पर हमला नहीं सहेगें, आदिवासियों पर हमला नहीं सहेगें, मुस्लिम तो बहाना है दलित इसाई पर निशाना है। 

भाकपा माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि वक्फ संशोधित कानून संविधान पर खुला हमला हैं, भाकपा माले वक्फ संशोधित कानून मुस्लिम समाज के धार्मिक आजादी पर हमला को बर्दाश्त नहीं करेगा, इंसाफ मंच जिला अध्यक्ष अखतर इमाम ने कहा कि नीतीश कुमार की जेडीयू, चिराग पासवान की एलजेपी (आर) और जीतनराम मांझी की HAM वक्फ कानून का समर्थन कर देश के गंगा जमुनी तहजीब को नष्ट किया है आगामी चुनाव में जनता सबक सिखाने का काम करेगी। 

भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य सुनील कुमार राव ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि वक्फ़ संशोधित कानून मुस्लिम समाज का सिर्फ सवाल नहीं लोकतांत्रिक सवाल है, एक तरफ बेतिया राज में दशकों से बसें लोगों को उजाड़ने के लिए कानून बन रहे हैं तो दूसरी तरफ मुस्लिम समाज के वक्फ की जमीन को हडप ने के लिए यह संशोधित कानून लेकर आयी है, इंसाफ़ मंच जिला सचिव फरहान राजा ने कहा कि वक्फ संशोधित कानून बीजेपी को अगर नीतीश- चिराग- मांझी का साथ न मिला होता तो मोदी सरकार के लिए बिल को पास कराना आसान नहीं था.

इनके अलावा पूर्व मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष अफसर इमाम ने कहा कि मोदी सरकार का मकसद सिर्फ मुसलमानों से नफरत फैलाना और हिंदुत्व की विचारधारा लागू करना है, जिसमें नीतीश-चिराग-मांझी ने बीजेपी की मदद करने का काम किया है. 

इनके अलावा डाक्टर मोतीर्उरहमान,मिलि तंजिम के मौलाना रिजवान, शेख भोला, महम्मद अखलाक, साहिल बाबू, महम्मद मुस्तफा, महम्मद आमिर, सानू, इनौस नेता संजय मुखिया, महम्मद महमूद आलम, अखत आलम, वीरेंद्र पासवान, अब्दुल्ला, मुन्ना मियां, कलाम अंसारी, भाकपा माले नेता सुरेन्द्र चौधरी, सोहराब आलम, मीजान इमाम, अंजूम परवेज़, मुस्तकिम अंसारी, रजदार, निशात हैदर आदि नेताओं ने भी सम्बोधित किया।

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