छोटी बहन के नाम पर डियूटी बजाने वाली शिक्षिका मामले में डीएम द्वारा संज्ञान लेते हुए जांच का दिया निर्देश
बेतिया जिले के राजकीय प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर में एक शिक्षिका द्वारा अपनी छोटी बहन के नाम पर नौकरी करने का मामला सामने आया है। इस मामले में डीएम दिनेश राय ने संज्ञान लेते हुए जांच का आदेश दिया है। आरोप है कि बड़ी बहन मुन्नी गुप्ता ने छोटी बहन अनिता गुप्ता के शैक्षणिक प्रमाण पत्र का दुरुपयोग कर 2006 से फर्जी तरीके से पंचायत शिक्षिका के पद पर नौकरी कर ली। मामले की गंभीरता को देखते हुए बीडीओ और बीईओ ने विद्यालय जाकर जांच शुरू कर दी है और संबंधित कागजात मांगे हैं।
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संक्षिप्त में,
- डीएम दिनेश राय ने छोटी बहन के नाम पर ड्यूटी करने वाली शिक्षिका के मामले में जांच का आदेश दिया।
- बीडीओ मनोज कुमार और बीईओ कृष्णानंद राय ने विद्यालय जाकर शिक्षिका से जानकारी ली और सभी कागजात प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
- मामले की जांच मायके से ससुराल तक कराई जाएगी ताकि असली अनिता गुप्ता की पहचान हो सके।
- छोटी बहन ने आरोप लगाया कि उसकी बड़ी बहन मुन्नी गुप्ता ने उसके शैक्षणिक प्रमाण पत्र पर 2006 से फर्जी तरीके से नौकरी पाई।
- पंचायत नियोजन इकाई को इस मामले में त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
छोटी बहन के नाम पर डियूटी बजाने वाली शिक्षिका मामले में डीएम दिनेश राय द्वारा संज्ञान लेते हुए जांच का निर्देश दिया है। डीएम के निर्देश पर भितहा बीडीओ मनोज कुमार पड़ित एवं बीईओ कृष्णानंद राय द्वारा मंगलवार को उक्त विद्यालय में पहुच कर जांच की गई। बीडीओ ने बताया कि पंचायत नियोजन इकाई को त्वरित कार्यवाही करने का निर्देश पहले हीं दे दिया गया है।
उन्होंने बताया कि विद्यालय में जा कर उक्त शिक्षिका से जानकारी ली गयी है। सभी कागजात प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। वही उन्होंने बताया कि उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए हैं जांच हर पहलु पर किया जा रहा है। जांच होने के बाद खुलासा होगा कि असली अनिता गुप्ता कौन?
इसके लिए मायका से ससुराल तक जांच कराई जाएगी। बताते चलें कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर में कार्यरत वर्तमान प्रधान शिक्षिका पर इनकी सगी छोटी बहन ने आरोप लगाते हुए आवेदन बीडीओ को सौंपी है। और गम्भीर आरोप लगाई गई है ।
उसने लिखा है कि मेरा सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्र मेरी बड़ी बहन मुन्नी गुप्ता ने ले लिया और मेरा शैक्षणिक प्रमाण पत्र के सहारे वर्ष 2006 से पंचायत शिक्षिका में फर्जीवाड़ा कर नियोजित करा ली । और 19 साल से मेरे प्रमाण पत्र और नाम पर नौकरी कर रही है ।
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