योगापट्टी प्रखंड क्षेत्र के बलुआ भवानीपुर पंचायत के कवलापुर में एक महिला कांति देवी उम्र 45वर्ष की दिन शनिवार रात्रि नौ बजे में मौत हों गई हैं.
वहीं महिला के पति अवधेश चौधरी एवं उनके परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि मेरे पत्नी कांति देवी उम्र 45 वर्ष क़ी मैंने 11अप्रैल 2024 को नारायण हॉस्पिटल बेतिया में मेरी पत्नी कांति देवी का बशंत प्रजापति के माध्यम से बात कर पैंतीस हजार ऑपरेशन फीस तय करके बाबासीर का डाक्टर डी. पी. सिँह के द्वारा ऑपरेशन किया गया.
उनके हॉस्पिटल में ही आठ दिनों तक दवा हुआ था |उसके बाद हम लोग कवलापुर घर पर आये थे, तब से मेरी पत्नी के पेट में दर्द होने लगा जिससे हम लोग और परेशान हों गये उसके बाद हम और मेरे बेटे लेकर डाक्टर के पास पहुंचे तों दवाई बदलकर दिया गया यह सिलसिला लगभग दो माह चलता रहा लेकिन कोई फायदा न हुआ, अंतिम में डाक्टर साहब ने मेरी पत्नी कांति देवी को 13जून 2024 को बेहतर इलाज के लिए पटना एम्स में रेफर कर दिया.
पटना एम्स के डाक्टरों ने स्थिति गंभीर होने के कारण वहाँ से बनारस हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया. बनारस के डाक्टरों ने बताया कि पैखाना नली जाम होने के कारण उसमे कैंसर हों चूका हैं तों उन्होंने मेरी पत्नी कांति देवी को दिनांक 5अगस्त 2024 पटना महावीर कैंसर संस्थान को रेफर कर दिया था. वहाँ पर उनको इलाज के दौरान अमेरजेंसी में भर्ती कराया वहाँ इलाज हुआ और स्थिति कुछ ठीक हुआ लेकिन फिर स्थिति ख़राब हों गया और रात्रि शनिवार को उनकी मृत्यु हों गया हैं.
वहीं अवधेश चौधरी एवं परिजन कैलास चौधरी, ललन चौधरी, विदया चौधरी और प्रेम चौधरी ने बताया कि यह सब गड़बड़ी बसंत प्राजापति के कारण हुआ हैं उन्होंने हम लोगो को फसा कर कांति देवी का ऑपरेशन करवाया जिससे उनकी स्थिति बिगड़ गई. जिससे कांति देवी की मृत्यु हों गई. वहीं बसंत प्राजापति ने इस घटना के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि वह लोग पहले किसी और हॉस्पिटल में इलाज कराकर आए थे ज़ब उनको लगा की कांति देवी ठीक नहीं हों रहीं हैं तब वह सब हमारे पास आए और उनको मैंने नारायण हॉस्पिटल बेतिया डाक्टर डी. पी. सिँह के पास भेज दिया था. वहाँ इलाज होने के बाद मरीज ठीक ठाक था. इसी घटना की सुचना डॉक्टर साहब डी पी सिँह को दिया गया तों उन्होंने भी यही बात कही.
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