एक साथ 13 जोड़ियां बनीं हमसफर.....

मीना बाजार स्थित जंगी मस्जिद में आयोजित हुआ सामूहिक विवाह समारोह

जंगी मस्जिद में विवाह 

बेतिया : दीनी व मिल्ली जमाअतों का मुशतरका तंजीम एण्ड वेलफेयर ट्रस्ट की ओर से मीना बाजार स्थित जंगी मस्जिद में सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया۔ इस दौरान मुस्लिम समाज के जोड़ों ईजाब व क़ुबूल के साथ 'क़ुबूल है'… कहकर नई जिंदगी की शुरूआत की.

मौलाना नजमुद्दीन कासमी ने कहा कि इस्लाम  में शादी को सादगी और सुन्नत के अनुसार करने का हुक्म दिया गया है۔ मगर आज शादी को महंगा और लेन देन तथा दहेज के साथ करने का गलत रवाज चल पड़ा है. जिसके कारण समाज के गरीब, यतीम और मजदूरी करके अपने परिवार की परवरिश करने वाले लोग अपनी लड़कियों की शादी नहीं कर पा रहे है۔

आज इस बात कि जरूरत है कि शादी सादगी और सुन्नत के अनुसार दहेज आज़ाद होकर की जाए, उन्होंने बताया कि जंगी मस्जिद में दीनी व मिल्ली जमाअतों का मुशतरका तंजीम एण्ड वेलफेयर ट्रस्ट की ओर से 13 गरीब लड़कियों की शादी कराई गई۔ इस अवसर पर विभिन्न जगहों के जोड़ों ने शिकरत की। इस दौरान 13 जोड़ों का निकाह पढ़ाया गया۔ 

वेलफेयर ट्रस्ट की ओर से सभी जोड़ों को गृहस्थी के सामान तोहफा के बतौर दिए गए। मौलाना हसन मआविया नदवी ने कहा कि आजकल अमीर लोग भी अपनी शादी साधरणतौर पर करके रस्मो-रेवाज से बचते हुए करें। 

सामूहिक विवाह में मौलाना नजमुद्दीन क़ासमी, मौलाना नेयाज अहमद कासमी, मौलाना यूसूफ मदनी, मौलाना मुफ़ती नौशाद अहमद, मौलना महबूब आलम नोमानी, मौलाना अब्दुल करीम कासमी ने बारी-बारी से निकाह पढ़ाने में शामिल रहे.

वहीं मौलाना आमिर अरफात कासमी ने बताया कि रूखसती के समय लड़की को पलंग, गोदरेज का अलमीरा, कंबल, बर्तन सेट, बेड सीट, सोने का नथिया आदि जरूरत के सामान दिए गए.

मंच का संचालन आमिर अरफात कासमी तथा अध्यक्षता मौलाना हसन मआविया नदवी ने की। मौके पर मो. अरमान, मौलाना हैदर अली आदि मौजूद रहे। 

इलियास मियां हमराह सकीना खातून, अजीज आलम संग इशरत जहां, मेराज हुसैन कुरैशी संग तमन्ना खातून, म. नुरैन संग शहनाज खातून, प्रवेज आलम संग मैमुल खातून, जुनैद आलम संग मोबीना खातून, प्रवेज आदम संग शबाना खातून۔वकील आलम संग असरून खातून۔कुर्बान आलम संग सीमा खातून۔आजाद कुरैशी संग फीरोज खातून, राजाबाबू संग मुस्कान खातून, जमाउल्लाह गद्दी संग सलीम हैदर۔आरिफ संग सुबीना खातून,

कुल 13 जोड़ों की शादी निहायत सादगी के साथ इस्लामी तहज़ीब और रवायत के मद्दे नजर की गई सब ने मिलकर उनकी बेहतर मुस्तकबिल के लिए दुआएं की ۔

टिप्पणियाँ