एक दशक में भी बगहा को नहीं मिली बस स्टैंड के लिए भूमि।

बगहा शहर में बढ़ते ट्रैफिक व जाम को लेकर शहर से सटे भूमि की तलाश

बगहा शहर में स्थाई रूप से बस स्टैंड निर्माण को लेकर विगत एक दशक से प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा बस स्टैंड के लिए भूमि की खोज की जा रही है। लेकिन एक दशक बाद भी अधिकारियों को बगहा शहर में बस स्टैंड के लिए भूमि नहीं मिली। और तलाश लगातार जारी है। 

हालांकि विगत दिनों नगर के डुमवलिया में बस स्टैंड के लिए करीब 1 एकड़ भूमि को प्रशासनिक स्तर पर चिन्हित किया गया था। भूमि पर को अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर प्रशासनिक स्तर से अतिक्रमणकारियों को नोटिस भी निर्गत किया गया था। लेकिन अब यह मामला एक बार फिर ठंडा बस्ते में चला गया है। अब प्रशासनिक अधिकारी शहर के बाहर बस स्टैंड के लिए भूमि की तलाश में जुटे है। प्रशासनिक अधिकारियों का दलील है कि शहर में ट्रैफिक की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। 

ऐसे में अगर शहर के अंदर बस स्टैंड का निर्माण कर दिया जाता है तो भविष्य में बगहा शहर में जाम की स्थिति विकराल हो जाएगी। बढ़ते ट्रैफिक व जाम से शहर को स्थाई रूप से जान दिलाने को लेकर शहर के बाहर बस स्टैंड का विकल्प खोजा जा रहा है। दो अंचल के सीओ निखिल कुमार ने बताया कि डुमवलिया में चिन्हित बस स्टैंड की भूमि को खारिज कर दिया गया है। 

अब शहर से बाहर बस स्टैंड के लिए भूमि की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही शहर से बाहर बस स्टैंड के निर्माण को लेकर भूमि चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।इसके बाद बस स्टैंड निर्माण की दिशा में प्रशासनिक कवायद की जाएगी। इधर बगहा शहर में स्थाई बस स्टैंड व टेंपो स्टैंड के निर्माण नहीं होने से शहर में आए दिन जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

स्थाई टेंपो स्टैंड व बस स्टैंड नहीं होने से मुख्य चौराहे पर लगते हैं वाहन बगहा शहर में स्थाई रूप से बस स्टैंड व टेंपो स्टैंड नहीं होने से मुख्य चौराहे पर ही टेंपो व बस स्टैंड खड़े किए जाते हैं जिससे शहर में जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। जाम की स्थिति के कारण आए दिन लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। बावजूद इसके नगर प्रशासन की ओर से अब तक स्टैंड के लिए भूमि का चयन नहीं किया गया। जिससे बगहा के लोगों में रोज पनप रहा है।

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