रेड क्रॉस, बेतिया सिटीजन्स फोरम व साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था अनुराग के संयुक्त तत्वावधान में रेड क्रॉस भवन, बेतिया में होली मिलन समारोह

बेतिया जिला रेड क्रॉस, बेतिया सिटीजन्स फोरम व साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था अनुराग के संयुक्त तत्वावधान में रेड क्रॉस भवन, बेतिया में होली मिलन समारोह सह बसंतोत्सव का आयोजन किया गया। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए चेयरमैन डॉ. सुशील प्रसाद चौधरी ने कहा कि होली प्रेम, सद्भावना एवं भाईचारा का त्योहार है। कार्यक्रम संचालक रेड क्रॉस सचिव डॉ. जगमोहन कुमार ने कहा कि दिलों पर राज करता है मधुर जिसकी भी है बोली... जहाॅं सद्भावना बसती वहीं होती असल होली। 

पूर्व प्रभारी चेयरमैन सैयद अब्दुल मजीद, वाईस चेयरमैन विश्वनाथ झुनझुनवाला, कोषाध्यक्ष रजत कुमार तोदी, राजकीय डिग्री कॉलेज, बगहा के प्राचार्य प्रो. आर.के. चौधरी, सिटीजन्स फोरम के सचिव रामेश्वर प्रसाद, वरीय साहित्यकार डॉ. जफर इमाम की अतिथीय उपस्थिति रही। 

अतिथियों एवं साहित्यकारों का अंगवस्त्र एवं फूलमाला से राज्य प्रतिनिधि रोहित कुमार सिकारिया, संयुक्त सचिव जगदेव प्रसाद, प्रबंध समिति सदस्य सैयद शकील अहमद, अनुज कुमार, लालबाबू प्रसाद, सूर्यकांत मिश्र, प्रेम कुमार दास, विनय कुमार, सत्येन्द्र कुमार, अमरेश कुमार आदि रेड क्रॉस सदस्यों द्वारा स्वागत व सम्मान किया गया। इस मौके पर स्थानीय कवियों व शायरों ने महफ़िल में चार चाॅंद लगा दिया। 

डॉ. जफर इमाम ने कहा कि नफरत को भेदभाव को सूली चढ़ाइए... हिन्दुस्तान की माटी से होली मनाइएं। सुरेश गुप्त ने कहा कि बजा के दिल के सारे तार हमारी बस्ती में... चला आया होली त्योहार हमारी बस्ती में। अरुण गोपाल ने पढ़ा कि सुहाए ऑंख को दिल को उसी को ढंग कहते हैं... जो अंतरात्मा रंग दे उसी को रंग कहते हैं। 

प्रो. कमरुज्जमां कमर ने कहा कि रंग, हिंदू भी है मुस्लिम भी सिख ईसाई भी, रंग नफ़रत भी, मुहब्बत भी है रुसवाई भी। वहीं अनिल अनल, जयकिशोर जय, डॉ. दिवाकर राय, चंद्रिका राम, प्रशांत सौरभ आदि ने अपनी प्रस्तुति से खूब तालियाॅं बटोरीं। कार्यक्रम में डॉ. शमसुल हक, शिव कुमार सिंह, पिंकी देवी, शशि देवी, अजय राउत सहित स्थानीय महिला-पुरुष उपस्थित थे।

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