आइसा और इनौस ने शहीद भगत सिंह,राजगुरु और सुखदेव का 94वां शहादत दिवस पर पुष्प अर्पित कर दिया श्रद्धांजलि

भाकपा माले का युवा संगठन इंकलाबी नौजवान सभा और छात्र संगठन आइसा ने तीन लालटेन चौक सहित बगहा, मैनाटाड़, सिकटा में स्थित शहीदेआजम भगत सिंह के मुर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। 

इस अवसर पर बेतिया में सभा को संबोधित करते हुए इंकलाबी नौजवान सभा जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने कहा कि आज कॉरपोरेट सांप्रदायिक फासीवादी मोदी शासन को मिटा कर भगत सिंह के सपनों का धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी, लोकतांत्रिक भारत बनाने का संकल्प लेने का वक्त है।

शहीद-ए-आजम भगत सिंह भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन के सबसे प्रभावशाली युवा क्रांतिकारियों में से एक थे। उन्होंने मात्र 23 वर्ष की अल्प आयु में ही अपने साथियों के साथ देश के लिए प्राण न्योछावर कर दिया था। 

इनौस जिला सचिव अफाक अहमद ने कहा कि आज सांप्रदायिक ताकतें आजादी की लम्बी लडाई के बाद हासिल भारतीय संविधान को मोदी सरकार खत्म करने पर तू ली हुईं हैं। भाजपा नेता खुलमखुल्ला घोषणा कर रहे हैं कि 400 से सीट इस लिए जितना हैं क्योंकि संविधान बदलना है। 

इस लिए आज देश के युवा पीढ़ी को भाजपा को समाज और राजनीति से समाप्त करने का संकल्प लेने का वक्त है। आइसा जिला सचिव हसमत ने कहा कि भाजपा ने नई शिक्षा नीति 2020 लागू कर दलित गरीब, पिछडी जाति, आदिवासी, और अल्पसंख्यक के बच्चों को शिक्षा से बंचित करने का कानून बन गया है, शिक्षा से बंचित समुदाय को अपने अधिकारों को बचाने के लिए आगे आना होगा। 

भाकपा माले नेता सुनील कुमार राव, सुरेन्द्र चौधरी, मुखिया नविन कुमार, संजय यादव आदि नेताओं ने कहा कि भगत सिंह ने फासी पर चढने से पहले अगाह किया था कि अगर भूरे अंग्रेज चलें जाएंगे और उसके बदले काले अंग्रेज लोग शासन करने लगेगें आज यह सब भाजपा के शासन में खुलेआम दिखाई दे रहा है।

मोदी सरकार देश को कारपोरेटो के हाथ औने पौने दाम में बेच रही है, नेताओं ने कहा कि शहीदेआजम भगत सिंह देश के इस हालात के लिए फासी पर नहीं झूले थे। इस लिए आज भाजपा से देश बचाने के लिए आगे बढ़ कर लोकसभा चुनाव को भी जन आंदोलन बनने का आह्वान किया। इस मौके पर संजय मुखिया, वीरेंद्र पासवान, संजय राम, अच्छे लाल राम, सीताराम राम, लक्ष्मण राम, परसुराम यादव, भिखारी प्रसाद, लालबाबू सोनी आदि नेताओं ने भी जगह जगह अपनी विचार को रखा।

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