लोक सभा में पर्चा फेंकने वाले नौजवानों को इलेक्ट्रिक शॉट लगा कर विपक्ष द्वारा कराई गई कारवाई बताने के लिए भयभीत करने की कड़ी निंदा
बेतिया- केंद्रीय सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा अंतरिम बजट 2024 का लोक सभा में पेश किया गया । इस बजट में कॉर्पोरेट जगत तथा देश के अमीरों द्वारा देश की जनता को लूटने के लिए भारी व्यवस्था की गई है.
लेकिन गरीबों और दलितों के लिए, अल्पसंख्यकों के लिए, इस बजट में कोई भी लाभ नहीं दिया गया है ।उल्टे कोरोना के दौड़ में भूख से मरने वाले मजदूरों को बचाने के लिए 10 किलो अनाज की मांग की और देश की आक्रोशित माहौल को देख 5 किलो अनाज मुफ्त देने की जो घोषणा सरकार ने की । आज भी उसी को भुनाने में लगी हुई है.
जबकि सच्चाई यह है कि 2020 में 2 रुपए किलो गेहूं और 3 रुपए किलो चावल था ।यानी की 5 किलो मुफ्त अनाज 10 रुपए में मिलता था और आज उसको योजना गरीबों का सबसे बड़ा लाभ का योजना बताने में सरकार लगी हुई है । कर्मचारियों के स्लैब में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है । 7 लाख रुपए पर टैक्स की छूट को फिर से दोहराया गया है। इस बजट में सैकड़ो की तादाद में एयरपोर्ट बनाने का उल्लेख है।
बंदरगाह बनाने का उल्लेख है ।सड़कों को निजी हाथों में देकर आम लोगों से टोल टैक्स लेने की योजना है ।वंदे मातरम जैसे ट्रेनों को पूर्ण रूप से ए सी में तब्दील किया जा रहा है । लेकिन देश के गरीब मजदूर जो सामान्य टिकट लेकर रोजी-रोटी के लिए दौड़ लगाते हैं । जो साधारण बोगी में बोरे के सामान ठेल कर घुसाए जाते हैं । जिनके शौचालयों में खड़े होकर नौकरी की तलाश में दो-दो दिन गुजरते हैं और रेलवे को सबसे ज्यादा मुनाफा उनके द्वारा दिया जाता है ।लेकिन उनके लिए इस मोदी की केंद्रीय बजट में सुविधा की कोई व्यवस्था नहीं है ।
किसानों को फिर झूठ का सौगात दिया जा रहा है । नौजवानों को रोजगार देने के लिए फिर झूठा आश्वासन दिया जा रहा है ।लेकिन महंगाई जो विकराल रूप धारण किए जा रही है ,खाने के सामानों पर लगातार दाम बढ़ते जा रहे हैं ,इतना ही नहीं इस बजट में परोक्ष रूप से गरीबों का कमर तोड़ने का काम किया गया है । खाने की सामग्रियों, कपड़ा ,दवा आदि आवश्यकता के तमाम चीजों पर टैक्स में बढ़ोतरी किया गया है.
इस तरह यह बजट देश के कारपोरेट जगत को मालामाल करने वाला तथा गरीब जनता को भूखे मारने वाला बजट है। दूसरी तरफ पिछले दिनों लोकसभा में पांच बेरोजगार नौजवान परचा फेंक कर बेरोजगारों को रोजगार देने के नारे लगाते हुए पकड़े गए।उनको गिरफ्तार कर बिजली का शॉट दिया गया और नौजवानों को प्रताड़ित कर ,भयभीत कर विपक्ष के द्वारा लोकसभा में भेजने का झूठा दबाव बनाया गया । जो लड़के कोर्ट में स्वीकारोक्ति बयान में इन बातों को बतलाया है। मोदी सरकार की इस घृणित कार्रवाई की पूरे देश में निंदा हो रही है।
हमें याद है कि ब्रिटिश हुकूमत के समय दिल्ली असेंबली में भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने पटाखा नुमा एक बम को फेंका था ।पर्चे भी बांटे थे और साम्राज्यवाद मुर्दाबाद , समाजवाद जिंदाबाद के नारे भी लगाए थे। मोदी सरकार की इस जन विरोधी, नौजवान विरोधी, संविधान विरोधी, लोकतंत्र विरोधी ,किसान विरोधी, कार्रवाइयों और अमीर परस्त बजट के खिलाफ तथा बेरोजगार नौजवानों के प्रताड़ना के विरुद्ध आज बेतिया में सोवा बाबू चौक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया गया।इस अवसर पर बिहार राज्य किसान सभा उपाध्यक्ष प्रभुराज नारायण राव,लोक संघर्ष समिति के पंकज, किसान सभा के राज्य कार्यकारिणी सदस्य चांदसी प्रसाद यादव, अवध बिहारी प्रसाद ,खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष प्रकाश वर्मा,सीटू के जिला सचिव शंकर कुमार राव, राज्य कमिटी सदस्य नीरज बरनवाल, डी वाई एफ आई के जिला सचिव संजीव कुमार, अभिषेक कुमार राव, योगेंद्र प्रसाद, म. सहीम आदि शामिल हुए।
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