डीएम से लेकर परिवहन सचिव तक पहुँचा डीटीओ कार्यालय बेतिया का कारनामा

मामला एक ही निबंधित नम्बर पर दो गाड़ियों के परिचालन का

किसके संरक्षण में परिवहन कार्यालय बेतिया में चल yरहा यह खेल

दोषी कौन वाहन स्वामी डीटीओ या उनके अधिनस्थ कार्यालय कर्मी 

पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार शाह के कार्य- काल में बेतिया पुलिस ने बड़े पैमाने पर की थी डीटीओ कार्यालय बेतिया से चोरी के गाड़ियों के निबंधन के खेल का भण्डाफोड़ 

बेतिया - बिहार सरकार परिवहन विभाग पटना की विशेष कार्य पदाधिकारी अरुणा कुमारी ने डीटीओ बेतिया को पत्र देकर वाहन संख्या BR22P 5627 का निबंधन संख्या अन्य वाहन को आवंटित कर देने के मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। उक्त कारवाई चौतरवा थाना क्षेत्र के मझौआ ग्रामवासी शम्भू सोनार के पुत्र सोनू कुमार सोनी के शिकायत के आलोक में कई गयी है। 

बिहार सरकार परिवहन विभाग के पत्रांक 06/ वि(परि)-25/ 2023/495 दिनांक 22/1/2024 के द्वारा डीटीओ बेतिया को निर्देश दिया गया है कि वर्ष 2017 में सुनील गौतम से क्रय किये गये अपने वाहन संख्या BR 22P5627 को जिला परिवहन कार्यालय बेतिया द्वारा अन्य व्यक्ति के नाम से आवंटित कर दिये जाने के संबंध में सोनू कुमार सोनी का परिवाद पत्र मुख्यालय को प्राप्त हुआ है। परिवाद पत्र में उल्लेखित है कि उक्त वाहन लौरिया थाना में जप्त कर रखा गया है,और जिला परिवहन कार्यालय बेतिया में उसकी जानकारी देने के बावजूद उसका सुधार नहीं किया जा रहा है। 

उल्लेखनीय है कि निबंधन प्राधिकार के रुप में इस पर आपके स्तर से कारवाई अपेक्षित है। अत: प्राप्त परिवाद पत्र की छायाप्रति संलग्न करते हुए अनुरोध है कि जांच कर नियमानुसार कारवाई करने की कृपा की जाय। 

विदित हो कि सोनू कुमार सोनी ने मुख्य सचिव परिवहन विभाग बिहार सरकार पटना को ई मेल संदेश भेजकर अपने बोलेरो वाहन के फर्जी निबंधन जिला परिवहन कार्यालय बेतिया द्वारा किसी दूसरे व्यक्ति के नाम हस्तांतरण के मामले से विगत 9 जनवरी 2024 को अवगत कराया गया था। सोनू कुमार सोनी द्वारा मुख्य सचिव को भेजे गये संदेश में अंकित किया गया है कि उनके निबंधित वाहन संख्या BR22P 5627 चेचिस नम्बर MA1XA2GHKD5G83477 इंजन नम्बर GHD4G56741 है।  

इस वाहन का क्रय प्रथम वाहन स्वामी सुनील कुमार गौतम से साल 2017 में खरीदा था। जिसमे हस्तांतरण कराकर 2018 में मेरे नाम निबंधित हो गया था। इस वाहन को हीं जिला परिवहन कार्यालय द्वारा वर्ष 2018 में हीं एक अन्य फर्जी व्यक्ति प्रदीप कुमार पिता विश्वनाथ राय साकिन गोरिया टोला पुरनहिया थाना घोड़ासहन जिला पूर्वी चंपारण के नाम से निबंधित कर दिये हैं। मुझे जब इस बात का पता चला तो मैं कार्यालय के प्रधान सहायक संजय राव,एम.भी.आई और डीटीओ बेतिया से मिला। सभी लोग आश्वासन दिये कि कार्यालय द्वारा गलत हुआ है। 

इसमे जांच कराकर फर्जी स्वामी का नाम खारिज करवा देंगे। इन लोगों के पास एक साल से कार्यालय का चक्कर लगा रहा हूं। लेकिन अभी तक कोई निदान नहीं निकला । इधर जो बोलेरो वाहन का फर्जी रजिस्ट्रेशन कार्यालय द्वारा किया गया है। वह दिनांक 3/12/2023 को मैं स्वयं उसी का वाहन लौरिया बारात लेकर जा रहा था तो अचानक वाहन के नम्बर प्लेट पर मेरा ध्यान गया । मैं वाहन को रोका तथा लौरिया थानाध्यक्ष को बुलाकर वाहन को जप्त करवाया जो वाहन लौरिया थाना कैम्पस में सुरक्षित रखा हुआ है। 

लौरिया थानाध्यक्ष द्वारा मुझे अपने वाहन लेकर दिनांक 4/12/2023 को आने को कहा गया। तो मैं अपना वाहन जिसका रजिस्ट्रेशन नम्बर, BR22P 5627 थाना में लेकर गया तो मुझे और जप्त वाहन ड्राइवर तथा वाहन मालिक को थाना हाजत में दो दिन बन्द रखा। पूछने पर बोले की वाहन जांच खत्म होने पर वाहन तथा मुझे छोडा जाएगा। लेकिन दो दिन रखने पर मुझे तथा अन्य फर्जी वाहन मालिक विकास कुमार दुबे को निजि मुअचल लेकर छोडा । आज दिनांक 9/1/2024 को संजय राव प्रधान लिपिक परिवहन कार्यालय बेतिया से मिला उनके द्वारा आश्वस्त किया गया कि प्रदीप कुमार से सोनू कुमार सोनी के नाम पर वाहन स्थानांतरित कर दिया जायेगा। यह कम्प्यूटर मे एडिट करके प्रदीप कुमार के नाम से किया गया है। जो वाहन चोरी का है। 

इसका उच्च स्तरीय जांच कराया जाय। विदित हो कि चोरी के गाड़ियों का डीटीओ कार्यालय बेतिया के लिए कोई नई बात नहीं है । तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार शाह के कार्यकाल में बेतिया पुलिस ने वाहन चोरी मामले का सबसे बड़ा खुलासा की थी। इस मामले में पुलिस ने बिहार, यूपी, बंगाल सहित अन्य प्रांतों से चोरी किए गए बीस वाहनों को भी जब्त भी कि थी। इनका पंजीयन डीटीओ कार्यालय के मिलीभगत से नाम व पता बदलकर फर्जी एनओसी व आरसी के आधार पर किये जाने पुष्टि ने की थी। जांच के दौरान यह भी सामने आया था उक्त मामले में पूर्व डीटीओ विनय कुमार ठाकुर सहित नौ लोगों की संलिप्तता पायी गयी थी। इनमें से छह आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी थी। 

पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार शाह ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया था कि अभी भी जिले में चोरी के दर्जनों वाहन मौजूद हैं, जिसकी जांच जारी है। उन्होंने बताया कि इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। जब्त वाहनों में एक ट्रक, एक ट्रैक्टर, दो मोटरसाइकिल, चार जीप, ग्यारह बोलेरो एवं एक पिकअप वैन शामिल है।देवरिया से परिवर्तित होकर आई थीं 47 गाड़ियां कुछ दिन पूर्व चनपटिया से बरामद चोरी की चार बोलेरो व दो बाइक मामले में दर्ज प्राथमिकी की जांच जब सदर एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल ने शुरू की तो ज्ञात हुआ कि वर्ष 2012-13 यूपी के देवरिया से 47 गाड़ियां पता परिवर्तित होकर आई। जिला परिवहन कार्यालय बेतिया द्वारा उक्त गाड़ियों का नाम, पता परिवर्तित कर बेतिया का निबंधन दे दिया। एसडीपीओ ने जब इसकी विधिवत जांच की तो ज्ञात हुआ कि देवरिया से ही एनओसी व आरसी पता परिवर्तित प्रमाण पत्र का सत्यापन कराया गया तब पाया गया कि 47 में से 41 गाड़ियों का देवरिया आरटीओ कार्यालय में कोई रिकॉर्ड नहीं है।

एसपी ने गठित की थी टीम

जब इसका खुलासा हुआ तो एसपी शाह ने जिले के डेढ़ दर्जन थानेदारों की एक टीम गठित की, जिसका नेतृत्व तत्कालीन एएसपी अभियान राजेश कुमार एवं सदर एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल ने संयुक्त रुप से की थी । विशेष अभियान चलाकर पुलिस टीम ने बीस गाड़ियों को जब्त भी किया। वहीं जब इस मामले की विधिवत जांच हुई तो यह भी खुलासा हुआ कि पूर्व डीटीओ विनय कुमार ठाकुर, डीटोओ कार्यालय से जुड़े दीपक श्रीवास्तव, सुजायत अंसारी, अशोक सिंह, कार्यालय के बाहर के चनपटिया निवासी इंदल यादव, विद्यानंद सिंह उर्फ शिला, गोलू सिंह, मोहन पटेल, बलथर निवासी भिखारी साह की संलिप्तता उजागर हुई थी । वहीं बाहर से चोरी के गाड़ियों के बेचने में जगदीशपुर निवासी समशाद अंसारी का नाम आया था।

पूर्व में बरामद हुई थी दर्जनों गाड़ियां, दर्जनों हुए थे गिरफ्तार

पुलिस उसी साल में अभियान चला कर पचास से अधिक चोरी की वाहनों को बरामद क भी की थी है। वहीं वाहन चोरी के आरोप में पुलिस ने दर्जनभर से अधिक आरोपियों को पूर्व में जेल भेज चुकी है।

आधा दर्जन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी भी हुई थीं । वे जेल भी भेजे गये थे।

जिले में चलाए गए चौबीस घंटे के अभियान के दौरान पुलिस ने डीटीओ कार्यालय के दीपक श्रीवास्तव, सुजायत अंसारी, बलथर के भिखारी साह, चनपटिया के मोहन पटेल, विद्यानंद सिंह एवं गोलू सिंह को गिरफ्तार की थी। आरोपियों की निशानदेही पर चोरी की अन्य वाहनों व वाहन चोरों के खिलाफ अभियान भी चलाया गया था। लेकिन धीरे-धीरे मामला शांत हो गया। सूू्त्रों की मानें तो इधर विगत कुछ वर्षों से यह खेल पुन: चालू है। सोनू कुमार सोनी का मामला तो केवल टेलर फिल्म तो पर्दा हटने पर दिखाई देगा। कि डाटा इंट्री में छेड़-छाड़ करके डीटीओ कार्यालय बेतिया में कितने चोरी के गाड़ियों का निबंधन किया गया है। वहीं इस संबंध में डीटीओ ललन प्रसाद का कहना है कि सोनू कुमार सोनी की शिकायत पर हमनें मोटर यान निरीक्षक से तकनीकि रुप से जांच करवाया है। उनके जांच प्रतिवेदन के आधार पर क्रमवार अग्रेतर जारी है। इस मामले कार्यालय कर्मी हो या वाहन स्वामी जो दोषी पाये जायेंगे उनके विरूद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी।

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