निगम के संविदा पर कार्यरत कार्यालय सहायकों और अन्य वार्डों के कर्मियों का बकाया 5 माह का वेतन भुगतान शीघ्र करो
नगर निगम के संविदा कर्मियों को स्थाई कर्मचारी का दर्जा दो - रवीन्द्र रवि
बेतिया नगर निगम में विगत 5 माह से निगम के संविदा कर्मचारियों का वेतन नहीं मिलने के कारण संविदा कर्मियों की पारिवारिक हालत नाजुक हो चुका है और संविदा कर्मी डिप्रेशन में आ चुके हैं। उक्त बातें बिहार म्युनिसिपल वर्कर्स एसोसिएशन के महासचिव कॉमरेड रवीन्द्र कुमार 'रवि' ने कही। आगे उन्होंने बताया कि दशकों से बेतिया नगरपालिका, माफियाओं के चंगुल में रहा है। जिस कारण दर्जनों स्थाई कर्मचारी सेवानिवृत्त होने के बावजूद 23 वर्ष के बाद भी कर्मचारियों को सेवांत लाभ तक नहीं मिल सका है। माफियें बेजुबान सफाई कर्मचारियों को अपनी मिठी-मिठी बातों में उलझाकर सेवांत लाभ और पंचम तथा षष्टम वेतनमान दिलाने के नाम पर हजारों-हजार रुपयें ऐठते रहे हैं।
आगे उन्होंने कहा की वर्ष 2003 के निर्वाचित बोर्ड से पारित चयनित 20 कर्मियों को संविदा का दर्जा देकर आज 15 वर्षों से भी अधिक समयों से नगर परिषद से लेकर नगर निगम तक का खाश जवाबदेही भूमिका के साथ अल्प वेतन पर ही काम लिया जा रहा है।
महासचिव कॉमरेड रवीन्द्र वतौर बेतिया नगरपालिका में स्थाई कर्मचारी टैक्स दारोगा से लेकर प्रधान सहायक की जवाबदेही वाला कार्यकाल में लाखों-लाख की अनियमितता का आरोप है परन्तु आज तक दर्जनों पदाधिकारी आयें और गयें लेकिन सभी ने अभय कुमार जैसे कुछ और अन्य स्थाई कर्मचारियों की अनियमितता का अनदेखी करते रहे हैं। महासचिव ने आगें यहां तक बताया की कुछ तथाकथित वार्ड जमादार एक से अधिक विद्यालयों का जाली सर्टिफिकेट देकर बेतिया नगरपालिका से स्थाई वेतन वेतन उठा रहे हैं।
एसोसिएशन के महासचिव ने आगे बताया की निगम के वार्ड नंबर 18 के पार्षदपति विनय कुमार बागी और नगर निगम के माननीय उप महापौर श्रीमती गायत्री देवी के पुत्र रमण गुप्ता द्वारा माननीय उच्च न्यायालय और नगर विकास एवं आवास विभाग, पटना के गलत हवाला देकर बेतिया नगर निगम के संविदा पर कार्यरत 19 कर्मियों से रंगदारी नहीं मिलने के कारण 19 संविदा कर्मियों के विरुद्ध नजायज ढ़ंग से नगर विकास एवं आवास विभाग से लेकर जिला समाहर्ता महोदय तक को पत्र देकर नौकरी से हटवा देने की धमकी भरा पत्र और दैनिक अखबारों में न्यूज छपवाकर संविदा कर्मचारियों से मोटी रकम उगाही करने का दबाव बना रहे हैं। जिस कारण निगम के प्रधान सहायक रमण कुमार,संजीव कुमार, युवराज सिंह बहादुर सहित सभी संविदा कर्मीं डिप्रेशन में आ चुके हैं। जबकि माननीय उच्च न्यायालय और नगर विकास एवं आवास विभाग के द्वारा उक्त संविदा कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिये जाने की कोई लिखित प्रमाण नहीं है। रवीन्द्र रवि वतौर C.W.J.C.No. 22539/2014 और सरकार के प्रधान सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग, बिहार सरकार के पत्रांक 3/ स्था०52/2013 सा०प्र० 8322/पटना दि० 10/06/2015 के द्वारा संविदा कर्मचारियों के साथ सभ्य आचरण एवं मर्यादित व्यवहार करने के हेतु निदेशित किया गया है।
महासचिव रवीन्द्र कुमार 'रवि' ने प्रेस कान्फ्रेंस के माध्यम से महापौर श्रीमती गरिमा देवी सिकारिया, नगर आयुक्त शम्भू कुमार और जिला समाहर्ता महोदय को पत्र देकर मांग किया है कि विनय कुमार बागी जैसे गलत लोगों से नगर निगम में आने पर रोक लगाया जायें और निगम के संविदा कर्मियों के बकाया पांच माह का वेतन को अविलम्ब भुगतान किया जाए, स्वच्छ भारत मिशन के कर्मियों सहित एनजीओ पर कार्यरत महिला ड्राइवरों और सफाई कर्मियों को शीघ्र पुनः सफाई कार्य में वापस लिया जाए, सभी अनुबंध/संविदा कर्मचारियों को स्थाई कर्मचारी का दर्जा दिया जाए तथा स्थाई कर्मचारियों के पंचम एवं षष्ठम वेतनमान का अनुमोदन अविलम्ब कराया जाए।
अन्यथा बिहार म्युनिसिपल वर्कर्स एसोसिएशन के शाखा इकाई नगर निगम,बेतिया की ओर दिनांक 25 दिसम्बर 2023 को सामुहिक रुप से एक दिवसीय सांकेतिक काम बहिष्कार (हड़ताल) किया जायेगा। जिसकी सारी जवाबदेही नगर निगम प्रशासन की होगी। मौके पर एसोसिएशन के शाखा अध्यक्ष मुन्नी देवी, सचिव हरेन्द्र राउत, रमण कुमार, संजीव कुमार, युवराज सिंह बहादुर, अमित कुमार, रमण कुमार, मोहन प्रसाद आदि कर्मचारी उपस्थित थें।
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