आउटसोर्सिंग सफाई एजेंसी 'पाथेय' के कार्यकाल में करीब 46 लाख प्रतिमाह के दोहरे मासिक भुगतान पर महापौर ने मांगा नगर आयुक्त से जवाब


बेतिया -नगर निगम की आउट सोर्सिंग सफाई एजेंसी 'पाथेय' के कार्यकाल में करीब 46 लाख रुपए प्रतिमाह के दोहरे भुगतान के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामला निगम की स्थाई सशक्त समिति द्वारा एजेंसी के दोहरे भुगतान की उसके विपत्र से पूर्ण कटौती होने तक किसी भी भुगतान पर रोक के बावजूद नगर आयुक्त द्वारा विगत महीनों में तीन किश्तों में करोड़ों का भुगतान कर दिया गया है। महापौर श्रीमती सिकारिया के अनुसार उक्त चौथे भुगतान की तैयारी भी अंतिम चरण में है। 

महापौर ने बताया कि आउट सोर्सिंग एजेंसी के चयन और अनुबंध प्रपत्र को नियम के विरुद्ध पाकर विभागीय अपर मुख्य सचिव ने एजेंसी को कार्यमुक्त करने और नई एजेंसी के चयन का निर्देश सशक्त स्थाई समिति को दिया है। 

जिसके आधार पर कार्रवाई करते हुए नगर आयुक्त शंभू कुमार के आदेश के आलोक में उक्त आउट सोर्सिंग सफाई एजेंसी अगले 17 नवम्बर तक ही नगर निगम में सफाई कार्य कर सकेगी।इधर 'पाथेया' प्रबंधक ने भी उक्त तिथि के बाद नगर निगम द्वारा उपलब्ध सरकारी उपस्कर वापस लेने का अनुरोध किया है। इससे पूर्व ही विगत 11 एवं 12 अगस्त को संपन्न निगम की सशक्त स्थाई समिति ने भी दोहरे भुगतान एवं अन्य वित्तीय अनियमितताओं की पूर्ण कटौती तक उक्त एजेंसी को निगम द्वारा भुगतान करने पर रोक लगा देने के बावजूद नगर आयुक्त अपनी मनमर्जी से और पूर्ण स्वेच्छाचारिता अपनाते हुए अनेक किस्तों में करोड़ों का भुगतान कर दिया है। इसको लेकर महापौर ने नगर आयुक्त से जवाब तलब करते हुए नगर आयुक्त शंभू कुमार को लिखा है कि सफाई एजेंसी 'पाथेय' को किसी भी भुगतान पर सशक्त स्थाई समिति की रोक के बावजूद बिना पूर्ण कटौती के ही आपके द्वारा कम से कम तीन बार में करोड़ों का भुगतान कर दिया गया है। 

जानकर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आप चौथे भुगतान की तैयारी में लगे बताए गए हैं। ऐसा कृत्य बिहार नगरपालिका अधिनियम के संबंधित प्रावधानों और सरकारी राशि खर्च करने लिए निर्धारित वित्तीय अनुशासन के साथ नगर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सर्वसम्मत निर्णय के भी घोर विरुद्ध है। इसको लेकर अपनी स्वेच्छाचारिता और मनमानी का स्पष्टीकरण सशक्त स्थाई समिति की अगली बैठक में प्रस्तुत करें कि क्यों नहीं भुगतान की गई राशि को गबन मानकर आपके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाय। 

इसके साथ ही महापौर ने यह भी लिखा है कि "ध्यान रहे कि आप ही के नेतृत्व में अवैधानिक शर्तों के अनुसार अनुबंध कर के चयनित उक्त आउटसोर्सिंग एजेंसी 'पाथेय' का कार्यकाल विभागीय अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर निगम की सशक्त स्थाई समिति के निर्णय के आलोक में 17 नवंबर 2023 से ही समाप्त होने वाला है। ऐसी स्थिति में अपने वैधानिक दायित्व का निर्वहन में चूक और मनमानी करने तथा सशक्त स्थाई समिति के बाध्यकारी निर्णय की अवहेलना जैसी स्वेच्छाचारिता को लेकर विभाग और सरकार से आपके विरुद्ध कठोर विभागीय कार्रवाई का अनुरोध किया जायेगा।''

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