डीआरसीसी में आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल...


डीआरसीसी का कार्य अब पूरी तरह से ठप्प हो गया है। कारण कि डीआरसीसी कर्मियों से विभाग द्वारा किया गया वादा बिहार विकास मिशन पूरा करने को तैयार नहीं है। पिछले मार्च माह में डीआरसीसी कर्मियों द्वारा अपनी पांचसूत्री मांगों को लेकर जब हड़ताल किया गया था तो बिहार विकास मिशन के तत्कालीन महाप्रबंधक श्री मिथलेश मिश्र द्वारा संघ के अध्यक्ष श्री आकाश सिंह के साथ कई बिन्दुओं पर लिखित समझौता कर पांचवें दिन हड़ताल स्थगित करवाया गया था और वो सभी मांगे एक समय सीमा के भीतर पूरा करने की बात कही गई थी लेकिन कुछ ही दिनों के बाद श्री मिश्र का स्थानांतरण दूसरे विभाग में कर दिया गया और डीआरसीसी कर्मियों की मांगों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।

जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र में कार्यरत एस डब्लू ओ जिले के यूवाओं के भविष्य संवारने में लगे हुए हैं लेकिन खुद के भविष्य के लिए ही चिंतित हैं। उनके साथ कब क्या होगा इसी भय से सहमे रहते हैं। इन्हें अपने घर से दो सौ से पांच सौ किलोमीटर तक दूर स्थानांतरण कर दिया गया है, वे अल्प वेतन में अपना तथा अपने परिवार का गुजारा बरी मुश्किल से कर पाते हैं और वेतन मिलने के बाद उसमें राशि की कटौती की जा रही है। विभाग अपने गलतियों से सबक न लेकर इस अल्पवेतन भोगी कर्मियों का वेतन वृद्धि में रोक के साथ कटौती भी कर रही है।

जिला अध्यक्ष गौरव कुमार ने बताया कि विभाग हमलोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। हमलोगों से पीछे ज्वाइन करने वाले ऑपरेटरों का वेतन हमलोगों से कहीं अधिक है लेकिन हमारे विभाग में बढ़ा हुआ वेतन पर भी रोक लगा दिया गया है। पिछला मांग जो लिखीत में दिया गया है उसे भी विभाग द्वारा अभी तक पूरा नहीं किया गया है। हमलोगों ने अपनी बात पत्र के माध्यम से विभाग के पास रखा और 5 अक्टूबर तक हमारी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का समय दिया गया था परंतु विभाग के द्वारा कोई सहानुभूति नहीं किया गया जिस कारण हमलोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को बाध्य हुए। धरना स्थल पर जिला उपाध्यक्ष शमशेर आलम, संयोजक रॉबिंस कुमार, सचिव जफर जहिर, प्रियांशु कुमारी, संतोष कुमार सहित सभी कर्मी उपस्थित रहे|

टिप्पणियाँ