महीने भर से रोड पर बहते नाले के पानी की नगर निगम के अनदेखी पर भड़के लोगों को महापौर ने कराया शांत


बेतिया। नगर निगम के आशानगर रोड पर बीते करीब करीब एक माह से नाले के अतिक्रमण के कारण गंदे पानी के जमाव से अजीज लोगों का गुस्सा शुक्रवार को आपे से बाहर हो गया। मेन रोड के लोगों और कतिपय दुकानदारों ने मेन रोड पर जल जमाव का श्रोत को मिट्टी और राबिस डाल कर बंद कर दिया। जिससे गंदे पानी के बहाव के साथ आवागमन भी अवरूद्ध हो गया। 

स्थिति की शिकायत पाकर मौके पर बीते करीब दस दिनों में तीसरी बार नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया मौके पर आशा नगर पहुंची। नगर आयुक्त शंभू कुमार, सिटी मैनेजर अरविंद कुमार, अभियंता सुजय सुमन और मनीष कुमार तथा धारी प्रभारी तबरेज आलम व जुलुम साह भी मौके पर मौजूद थे। जबकि वार्ड 20 के पार्षद दीपक कुमार, वार्ड 21 के कृष्ण प्रसाद और वार्ड 40 के पार्षद साजन कुमार भी मौके पर पहुंचे। 

श्रीमती सिकारिया ने पानी और आवागमन अवरुद्ध करने को लेकर दो पक्ष में बंटे लोगों को समझा बुझा कर शांत कराया। यहां उल्लेखनीय है कि संत जेवियर, केआर जैसे जिले के नामी गिरामी प्लस टू स्कूलों के अतिरिक्त नौतन के धूमनगर पंचायत और नगर निगम में शामिल सनसरैया में आने जाने के इस मेन रोड पर नाले का अतिक्रमण कर अवरुद्ध कर देने से जल जमाव की लिखित शिकायत महापौर से लोगों ने की थी। 

जिस पर पैमाइस करा कर जल निकासी सुनिश्चित करने की त्वरित करवाई करने के महापौर के आदेश को नक्शा नहीं होने का बहाना बनाकर निगम द्वारा गंभीरता से नहीं लेने पर महापौर ने रिमांडर देने के बाद भी गंभीरता से नहीं लेने पर यह स्थिति बन गई। लोगों का आक्रोश देख पुलिस बुलानी पड़ी। लेकिन पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही महापौर और पूरी नगर निगम टीम ने नगर निगम के सफाईकर्मियों के माध्यम से निजी प्लॉट में सड़क का पानी निकलवा कर माहौल को शांत कराया। इसके बाद महापौर ने बताया कि नाले का अतिक्रमण कर लेने की शिकायत सही लग रही है। इसको लेकर आज से ही पैमाईस शुरू करा दी गई है। पैमाईस पूरी होने के साथ ही सड़क और नाले को अतिक्रमण मुक्त करा कर रोड के दोनों तरफ कच्चा नाले बनवा कर यहां की जल निकासी सुनिश्चित करने के निर्देश उनके द्वारा नगर आयुक्त और अन्य को दिए गए हैं।

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