उपवितरणी की सफाई, पुलियों कीरेलवे दोहरीकरण से उपेक्षित लधु पूल
उपवितरणी की सफाई, पुलियों की मरम्मती व लधु पूल संख्या 350 के निर्माण की उठी मांग
बगहा पर्यावरण प्रेमी गजेन्द्र यादव ने तिरहुत नहर के नरईपुर उप वितरणी की साफ सफाई व पुलियों की निर्माण कार्य कराने की मांग जोरों पर विभागीय अधिकारियों से की है। साथ ही रेलवे दोहरीकरण के अंतर्गत उपेक्षित लधु पुल संख्या 350 के निर्माण कार्य कराने को लेकर पर्यावरण प्रेमी ने विभागीय अधिकारियों को एक पत्र देकर शीघ्र ही कार्य कराने की मांग की है। पर्यावरण प्रेमी गजेन्द्र यादव द्वारा दिये गए कार्यपालक अभियंता तिरहुत नहर प्रमंडल एक बेतिया के आवेदन पत्र में कहा है कि तिरहुत मुख्य नहर के आरडी 120 से उप वितरणी निकलता है। जिसे नरईपुर उप वितरणी के नाम से जाना जाता है। उक्त वितरणी के द्वारा गोईती, नरईपुर , रतनमाला, बनकटवा, मलपुरवा समेत विभिन्न गांवों की सिंचाई होती है। वर्तमान में उक्त वितरणी की स्थित दयनीय है, जगह जगह ध्वस्त हो गया है, पुलियां भी क्षतिग्रस्त है। जिसके कारण सिंचाई भी बाधित है, जांच कर उप वितरणी की जीर्णोद्धार करने की मांग की है। दूसरी तरफ रेलवे के सहायक मंडल अभियंता नरकटियागंज को एक आवेदन देकर रेलवे दोहरीकरण से उपेक्षित लघु पूल संख्या 350 के निर्माण की मांग की है। मरम्मती व लधु पूल संख्या 350 के निर्माण की उठी मांग.
बगहा पर्यावरण प्रेमी गजेन्द्र यादव ने तिरहुत नहर के नरईपुर उप वितरणी की साफ सफाई व पुलियों की निर्माण कार्य कराने की मांग जोरों पर विभागीय अधिकारियों से की है। साथ ही रेलवे दोहरीकरण के अंतर्गत उपेक्षित लधु पुल संख्या 350 के निर्माण कार्य कराने को लेकर पर्यावरण प्रेमी ने विभागीय अधिकारियों को एक पत्र देकर शीघ्र ही कार्य कराने की मांग की है। पर्यावरण प्रेमी गजेन्द्र यादव द्वारा दिये गए कार्यपालक अभियंता तिरहुत नहर प्रमंडल एक बेतिया के आवेदन पत्र में कहा है कि तिरहुत मुख्य नहर के आरडी 120 से उप वितरणी निकलता है। जिसे नरईपुर उप वितरणी के नाम से जाना जाता है। उक्त वितरणी के द्वारा गोईती, नरईपुर , रतनमाला, बनकटवा, मलपुरवा समेत विभिन्न गांवों की सिंचाई होती है। वर्तमान में उक्त वितरणी की स्थित दयनीय है, जगह जगह ध्वस्त हो गया है, पुलियां भी क्षतिग्रस्त है। जिसके कारण सिंचाई भी बाधित है, जांच कर उप वितरणी की जीर्णोद्धार करने की मांग की है। दूसरी तरफ रेलवे के सहायक मंडल अभियंता नरकटियागंज को एक आवेदन देकर रेलवे दोहरीकरण से उपेक्षित लघु पूल संख्या 350 के निर्माण की मांग की है।
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