जिला पदाधिकारी के समक्ष भाकपा-माले ने किय प्रदर्शन

बेतिया -भाकपा-माले द्वारा जिला स्तरीय प्रतिवाद दिवस के आह्वान पर आज भाकपा-माले ने जिला पदाधिकारी के समक्ष धरना-प्रदर्शन कर भाकपा-माले नेता सह मैनाटाड़ अंचल सचिव और खेत व ग्रामीण मजदूर सभा जिला अध्यक्ष सीताराम राम पर किया गया फर्जी मुकदमा रद्द करने कि मांग किया।


भाकपा माले नेता सुनील कुमार राव ने कहा कि मैनाटॉड थाना काण्ड संख्या- 139/23, गौनाहा थाना कांड संख्या- 47/23 एवं सहोदरा थाना काण्ड संख्या- 88/23 आदि में सामंतवाद विरोधी, किसान संघर्षों का नेतृत्व करने की वजह से हमारे पार्टी नेताओं / कार्यकर्ताओं को फर्जी मुकदामो में फंसा दिया गया है और स्थानीय पुलिस की भूमिका भी ठीक नहीं है। इसलिए हमारे पार्टी नेताओं / कार्यकार्तओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

आगे कहा कि मैनाटॉड थाना काण्ड संख्या- 139/23 जिसमें पुलिस के मेल में भाकपा (माले) के अंचल सचिव अच्छेलाल राम एवं अखिल भारतीय खेत व ग्रामिण मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष सीताराम राम को गलत ढंग से फंसा दिया गया है। दोनो नेताओं को उस काण्ड से कोई लेना-देना नहीं है।

वहीं आगे कहा कि गौनाहा थाना काण्ड संख्या 47/23 में वन विभाग के गोवर्द्धना रेन्ज के वनपाल द्वारा किया गया है जिसमें भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य नन्दू मुखिया, गौनाहा, अंचल के नेता प्रसाद यादव, चन्देश्वर महतो एवं घनश्याम मुख्यिा को पुरी तहर से गलत मामले में फंसा दिया गया। घटना मंडिहा की है. जबकि वहाँ से इनलोगों का घर 02 किलोमिटर दूर है। इसमें अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं जिला पुलिस अधीक्षक के यहा आवेदन देने के बाद भी कोई जाँच पड़ताल नहीं हुआ, प्रसाद यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

भाकपा माले नेता सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि सहोदरा थाना काण्ड संख्या- 88/23 में भाकपा (माले) कार्यकर्ता मनोज बैठा SC/ST ACT में केश दर्ज कराया गया है। जिसमें S.D.P.O ने दो लोगों का नाम निकाल दिया है, बाकी लोगो की गिरफ्तारी नहीं हो रही है।

जबकि सहोदर थाना काण्ड संख्या- 31/20 एवं 92/21 जो SC/ST, ACT का है में भी पुलिस ने जमानतीय धारा में बदल कमजोर वर्ग के पक्ष को कमजोर कर दिया है।

उपरोक्त काण्डो को देखने के बाद स्पष्ट हो जा रहा है कि पुलिस जिसमें भाकपा (माले) नेताओं / कार्यकताओ का नाम सामन्तो दबंगों के दबाव में है, उसमें पुलिस को आवेदन देने के बाद भी गम्भीरता पूर्वक जॉच कराने की बजाए उनको पकड़ जेल में भेज दिया है, जबकि भाकपा (माले) समर्थको द्वारा किये गए मुकदमें में उसे जमानतीय बना दिया है या गिरफ्तारी नही हो रही है।

सभी नेताओं ने उम्मीद जताते हुए कहा कि जिला प्रशासन सभी बिंदुओं पर ध्यान पूर्वक और न्यायपूर्ण ढंग से विचार करें और मैनाटॉड काण्ड संख्या- 139/23 से अच्छेलाल राम एवं सीताराम राम को, गौनाहा थाना काण्ड संख्या- 47/23 में नन्दू मुखिया, घनश्याम मुखिया, चन्देश्वर महतो एवं प्रसाद यादव को मुक्त किया जाएगा तथा गौनाहा थाना काण्ड संख्या- 88/23 में अभियुक्तो को गिरफ्तार किया जाएगा।

इनके अलावा मुजम्मिल मियां, डाक्टर हारून गद्दी, प्रकाश मांझी, जंगाली मांझी, रामचन्द्र यादव, ठाकुर पटेल, जाकिर हुसैन, नवी हुस्सेन, नकछेद कुशवाहा, सोना कुंवर, माधो राम, जगन राम आदि नेताओं ने भी माले नेताओं पर से फर्जी मुकदमा रद्द करने कि मांग किया.

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