बेतिया | बेतिया के सांसद डॉक्टर संजय जयसवाल ने अपने आवास पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि, सबसे पहले तेजस्वी यादव ने दस लाख नौकरी देने का वादा किया था यह सब वादा भुला दिया जिससे छात्र और बिहार का भविष्य अंधकारमय लगता है.
बिहार के शिक्षा मंत्री द्वारा यह कहा जाना कि बिहार में मेघावी छात्रों की कमी है, के विरोध में क्षात्र एवं शिक्षक अभ्यर्थियों को न्याय दिलाने हेतु ,विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान 13 जुलाई को भाजपा विधानसभा मार्च निकालेगी, जिसमें पश्चिम चंपारण की अच्छी भागीदारी होगी , उन्होंने कहा कि अब तक शिक्षक अभ्यर्थियों के फार्म में 8 बार बदलाव किया जा चुका है आगे उन्होंने कहा कि चाचा को पलटू राम कहते हैं, स्वयं भतीजा तेजस्वी यादव भी पलटू राम बन गए हैं.
सांसद डॉक्टर जयसवाल ने कहा कि आज सुबह मेरी केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से बात हुई है उन्होंने छावनी आर ओ बी निर्माण कार्य में हो रही देरी पर चिन्ता जताते हुए कहा कि बिहार सरकार द्वारा इस काम को जितेंद्र यादव नामक एक ठेकेदार से कराया जा रहा है जो बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बहुत करीबी बताए जाते हैं जिसके कारण छावनी आर ओ बी निर्माण कार्य में साजिश के तहत देरी की जा रही है ताकि निर्धारित समय पर पूरा नहीं हो सके, इस आर ओ बी का उद्घाटन अक्टूबर माह में सुनिश्चित किया गया था,
जो संभव नहीं दिखाई दे रहा है उन्होंने कहा कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव द्वारा हर सप्ताह छावनी आर ओ बी निर्माण कार्य की रिपोर्टिंग मांगी गई है जिसका निर्माण 138 करोड़ रुपए में कराया जाना है, रेल मंत्री ने गारंटी दिया है कि अक्टूबर तक हर हाल में छावनी आर ओ बी का एक पुल बनकर तैयार हो जाएगा और दो पुल इसके दो माह के अंदर बनकर तैयार हो जाएगा उसके बाद वह चालू हो जाएगा सांसद ने आरोप लगाया कि बिहार की दुर्दशा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कर रहे हैं साथ ही उन्होंने बताया कि बिहार में कुल 54 रेल पुल रेल विभाग द्वारा बनाया जाना था इससे बिहार सरकार पथ निर्माण विभाग के द्वारा स्वयं बनवाना चाहती है जिसके कारण यह मामला लटका हुआ है
छात्रों के क्रेडिट कार्ड के संदर्भ में एक सवाल के जवाब में सांसद ने बताया कि पिछले साल के पहले तक स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड हर किसी को मिल रहा था आज जब से महागठबंधन की सरकार आई है छात्रों को क्रेडिट कार्ड नहीं मिल रहा है, यही नहीं छात्रों को बिना गारंटी के लोन भी नहीं मिल रहा है, इन्हें नौकरी भी नहीं दे रहे हैं, जो छात्र आई आई आई टी, आईआईटी तथा मेडिकल पास करते हैं उनको क्रेडिट कार्ड नहीं देना यह बताता है कि यह सरकार यह चाहती है कि क्षात्र बड़े-बड़े संस्थाओं में नहीं पढ़े, बल्कि चरवाहा विद्यालय में पढ़ें।
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