आशा कार्यकर्ता व आशा फैसिलिटेटरों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाय- आशा कार्यकर्ता संघ


बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (महासंघ गोप गुट,) एक्टू द्वारा राज्यस्तरीय कार्यक्रम के तहत जिला पदाधिकारी के समक्ष अपनी 9 सुत्री मांगों के समाधान के लिए प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला अधिकारी के माध्यम से मांगा पत्र सौंपा 

आशा कार्यकर्ता संघ जिला सचिव प्रतिमा कुमारी ने कहा कि पिछले 12, जुलाई 2023 से सम्पूर्ण बिहार में आशा कार्यकर्ता - फेसिलिटेटरों द्वारा जो हड़ताल चल रहा है, धरना दिया जा रहा है लेकिन अभी तक सरकार द्वारा हमारी मांगों पर कोई सकारात्मक पहलकदमी नही किया गया। अत: ऐसे में आज आशा कार्यकर्ता संघ संयुक्त मंच के आहवान पर पश्चिम चंपारण में आशा कार्यकर्ता व फैसिलिटेटरों बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (महासंघ गोप गुट अपने निम्न लिखित मांगों को लेकर प्रदर्शन किया है, और आगे कहा कि हम सरकार से सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आग्रह किया अंत में पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने 9 सुत्री मांग पत्र को सौंपा 

इस मौके पर शिवकुमारी देवी , प्रतिमा देवी, सीमा देवी,शोशिला देवी,गुलाबी देवी, देवन्ती देवी,सीतादेवी, रीना देवी तैमुल नेशा,लाजवन्ती देवी, उर्मिला देवी, मुनि देवी,रीना देवी,इनौस जिला अध्यक्ष फरहान राजा, किसान महासभा जिला अध्यक्ष सुनील कुमार राव, अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोप गुट जिला सचिव राजकिशोर सिंह, टुना प्रसाद आदि नेताओं ने भी सभा को सम्बोधित किया 

9 सुत्री मांग इस प्रकार है।

क) आशा कार्यकर्ता आशा फैसिलिटेटरों को राज्य निधि से देय 1000 रू० मासिक संबंधी सरकारी संकल्प में अंकित पारितोषिक शब्द को बदलकर नियत मासिक मानदेय किया जाय और इसे बढ़ाकर 10 हजार रू० किया जाय। (ख) उक्त विषयक सरकारी संकल्प के अनुरूप इस मद का वित्तीय वर्ष 19-20 (अप्रैल, 19 से नवंबर, 20 तक) का मासिक 1000 रु० का बकाया राशि का जल्द से जल्द भुगतान किया जाय।अश्विन पोर्टल से भुगतान शुरू होने के पूर्व का सभी बकाया राशि का भुगतान किया जाय। (क) आशा कार्यकर्ताओं- आशा फैसिलिटेटरों को देय प्रोत्साहन मासिक पारितोषिक राशि का अद्यतन भुगतान सहित इसमें एकरूपता पारदर्शिता लाई जाय।

(ख) आशाओं के भुगतान में व्याप्त भ्रष्टाचार कमीशनखोरी पर सख्ती से रोक लगाई जाय।

कोरोना काल की डियूटी के लिए सभी आशाओं- आशा फैसिलिटेटरों को 10 हजार रुपया

कोरोना भत्ता भुगतान किया जाय। (क) आशाओं को देव पोशाक (सिर्फ साड़ी) के साथ ब्लाउज, पेटीकोट तथा ऊनी कोट की व्यवस्था की जाय और इसके लिए देय राशि का अद्यतन भुगतान किया जाय । (ख)फैसिलिटेटर के लिए भी पोशाक का निर्धारण और उसकी राशि भुगतान की शीघ्र व्यवस्था किया जाय। (ग) फैसिलिटेटरों को 20 दिन की जगह पूरे माह का भ्रमण भत्ता ( एसवीसी SVC) दैनिक 500 /- रू की दर से भुगतान किया जाए।

(क) वर्षों पूर्व विभिन्न कार्यों के लिए निर्धारित प्रोत्साहन राशि की दरों में समुचित वृद्धि हेतु केन्द्र सरकार को प्रस्ताव एवं अनुशंसा प्रेषित किया जाय।

(ख) आशा कार्यकर्ता व आशा फैसिलिटेटरों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाय। कोरोना से (पुष्ट/अपुष्ट) मृत आशाओं व आशा फैसिलिटेटर को राज्य योजना का 4 लाख और केंद्रीय वीमा योजना का 50 लाख राशि का भुगतान किया जाय। 

आशा कार्यकर्ता - आशाफैसिलिटेटर को भी सामाजिक सुरक्षा योजना / पेंशन योजना का लाभ दिया जाय। जब तक नहीं किया जाता तब तक रिटायरमेंट पैकेज के रूप में एकमुश्त 10 लाख का भुगतान किया जाय।

जनवरी, 19 के समझौते के अनुरूप मुकदमों की वापसी सहित अन्य अकार्यान्वित बिन्दुओं को शीघ्र लागू किया जाय।

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