इन्साफ की आवाज को मोदी सरकार कुचल रही है- वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता

उन्माद- उत्पात और नफरत को खत्म करने की लड़ाई का अगुवाई करेगा इन्साफ मंच-फरहान राजा

हक और इन्साफ के लिए एकजुट होने के लिए विधायक ने किया आह्वान

उन्माद-उत्पात की ताकतों को शिकस्त दो, हक और इंसाफ के लिए एकजुट हो; लूट, दमन और नफरत का राज मिटाओ, संविधान बचाओ, देश बचाओ; अम्बेडकर और संविधान का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान" के नारे के साथ इन्साफ मंच का दूसरा जिला सम्मेलन 8 जून को हो रहा है, जिसकी तैयारी में बैशखवा गाँव में बैठक सम्पन्न हुआ! जिसमें सिकटा विधानसभा क्षेत्र से माननीय विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता उपस्थित थे! 

कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सिकटा विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि संघ–भाजपा के फासीवादी उन्माद के मुख्य निशाने पर मुस्लिम, दलित–गरीब और आदिवासी हैं। बिहार में सांप्रदायिक उन्माद और डा. अंबेडकर की मूर्तियों व दलितों पर हमले साथ–साथ चल रहे हैं। भाजपा द्वारा आरक्षण खत्म करने की कोशिश लगातार जारी है, डा. अंबेडकर की मूर्ति पर हमले, गरीबों की कल्याणकारी योजनाओं में लगातार कटौती, भाजपा संरक्षित सामंती ताकतों द्वारा दलित–गरीबों, महिलाओं- आदिवासियों पर बढ़ते हमले आदि के रूप में हम संघ–भाजपा के दलित–गरीब विरोधी रुख को देख सकते हैं।

आगे कहा कि संघ–भाजपा की ओर से गंभीर कोशिश चल रही है कि मुस्लिम समुदाय को उनके अधिकारों से वंचित कर उन्हें दोयम दर्जे के नागरिक बना दिया जाए और उन्हें दलितों की एक नई श्रेणी में बदल दिया जाए। इसीलिए ऐसे समय में मुस्लिम और दलित–गरीबों की एकता भाजपा के खिलाफ लड़ाई का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। ऐसे में इन्साफ मंच का दूसरा जिला सम्मेलन मील का पथ्थर साबित होगा, सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सभी लोगों को लग जाने का आह्वान किया! 

इनौस जिला अध्यक्ष सह इन्साफ मंच का जिला सचिव फरहान राजा ने मिटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा, रोजगार, आवास, अनाज का न्यूनतम समर्थन मूल्य, महंगाई जैसे लोगों के जीवन से जुड़े मुद्दे मोदी सरकार के प्राथमिकता में नहीं है! इस लिए इन मुद्दों पर आंदोलन तेज़ करने पर बल दिया! 

इन्साफ मंच के जिला अध्यक्ष अखतर एमाम ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2022 तक सभी को आवास देने की घोषणा की थी। अब केंद्र सरकार पीएम आवास(इंदिरा आवास) योजना खत्म करने जा रही है। उसका मानना है कि अब देश में कोई आवासविहीन नहीं रहा। शौचालय का मुद्दा भी आवास से ही जुड़ा हुआ है। मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने का वादा किया था। सब जुमला साबित हुआ है! इस मौके पर इसलाम अंसारी, शोयब आलम, फयाज शेख, इस्तेयाक अहमद, वसीम आलम आदि लोगों ने भी सम्मेलन को सफल बनाने का आह्वान किया!

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