महंगाई के खिलाफ महागठबंधन के आह्वान पर प्रखंड मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन


नरकटियागंज -प्रखंड कार्यालय के समक्ष गुरुवार को महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन कर महंगाई के खिलाफ आवाज बुलंद किया। जिसका संचालन जदयू के अनिल कुमार ने किया। बाल्मीकिनगर सांसद सुनील कुमार ने मोदी सरकार के शासन काल के गलत रवैए व 9 साल देश की तबाही व बर्बादी को देखते हुए आम जन जन तक इस भाजपा सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद किया। उन्होंने बताया कि मोदी शासन के 9 साल जनता की चरम तबाही व बर्बादी, लूट-दमन और नफरत का भयावह दौर साबित हुआ है, महंगाई की मार से जनता त्रस्त है। 

प्रदेश महा सचिव इफ्तेखार अहमद(राजद) ने कहा कि यह पहली ऐसी सरकार है जो खाद पदार्थों से लेकर पाठ्य पुस्तकों व सामग्रियों पर भी टैक्स (जीएसटी) लगा रही है। वही राजद के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी मजहर आलम ने कहां की रसोई गैस की कीमत 1300 प्रति सिलेंडर पार कर दी गई है और लोग एक बार फिर से गोइठा और लकड़ी के युग में लौटने को विवश हैं, उज्जवला योजना के नाम पर गरीबों को केवल मूर्ख बनाया जा रहा है। भाकपा माले के नजरे आलम ने बताया कि लुढ़कते रुपया के बीच विदेशी कर्ज साल दर साल पढ़कर 620.7 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, 

2014 के पहले देश की तमाम सरकारों ने कुल मिलाकर 55 लाख करोड़ का कर्ज लिया था और मोदी सरकार ने अपने 9 साल के शासन में अकेले 85 लाख करोड़ का कर्ज लिया है। जदयू के अब्बास अहमद ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा था लेकिन मोदी सरकार किसानों को उनकी जमीन से बेदखल कर कॉरपोरेटों के हाथों में जमीन सौंप देने का कानून लेकर आई, उन कानूनों को वापस कराने के लिए किसानों को लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी और उससे एमएसपी पर कानून बनाने का वादा करना पड़ा लेकिन अपने चरित्र के मुताबिक वह एक बार फिर अपने वादे से मुकर गई। वहीं राजद के प्रखंड अध्यक्ष गुलाम कादिर ने बताया कि नोटबंदी और जीएसटी की मार से छोटे मझोले व्यवसाययी अभी तक उबर नहीं पाए थे कि इधर 2000 रु का नोट बंद कर काला धन पर हमले का एक बार फिर भ्रम पैदा किया जा रहा है। कांग्रेस के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष अमजद अली ने कहां की प्रत्येक साल दो करोड़ रोजगार का वादा मोदी सरकार का पूरी तरह झूठ साबित हुआ, केंद्र सरकार के कार्यालयों में लाखों पद खाली हैं लेकिन सरकार उन पर कोई बहाली नहीं कर पा रही है। वहीं मौके पर जदयू के किशोरी लाल, उमेश यादव, राजद के सोहैल अख्तर, सदरे आलम, भाकपा माले के केदार राम, अबुलेश अंसारी, मकबूल आलम आदि महागठबंधन के सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे। 

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