तंबाकू सेवन से कैंसर व ह्रदय रोग की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है
विश्व में मौत का सबसे बड़ा कारण तंबाकू सेवन है
तम्बाकू सेवन नहीं करने की स्वास्थ्य कर्मियों ने ली शपथ
बेतिया (सोनू भारद्वाज) । बेतिया जीएमसीएच मेडिकल कॉलेज के साथ ही जिले के कई स्वास्थ्य केंद्रों के एनसीडी क्लीनिक में लोगों को जागरूक करते हुए विश्व तंबाकू निषेध दिवस स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मनाया गया। इस दौरान तम्बाकू का सेवन न करने की शपथ डॉ, नर्सिंग स्टॉफ व स्वास्थ्य कर्मियों ने ली। मौके पर उपस्थित गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मुर्तुजा अंसारी ने बताया कि विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को तम्बाकू का सेवन न करने हेतु जागरूक करना है। उन्होंने शायराना अंदाज में बताया कि "जिस दिन सिगरेट जला बैठे, अपने घर की खुशियाँ तबाह कर बैठे, दिल मेरा बार- बार रोया, जब हम कश पर कश लगा बैठे" उन्होंने बताया कि बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू का उपयोग फेफड़े, ह्रदय, गले, दांत को प्रभावित करते हैं। लोगों को इन गंदी चीजों की लत भी हो जाती है। उन्होंने बताया कि सिगरेट का धुआँ फेफड़े को जले हुए रबड़ के समान बना देता है। विश्व में मौत का सबसे बड़ा कारण तंबाकू सेवन करना है। टीबी से होने वाली मृत्यु भी 3 से 4 गुना अधिक होती है। तंबाकू सेवन से कैंसर व ह्रदय रोग की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
सैकड़ों लोगों की हुई स्वास्थ्य जाँच:
जिलाभर के स्वास्थ्य संस्थानों के ओपीडी व एनसीडी क्लिनिक में सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित हुए, जहाँ उनकी चिकित्सकों के द्वारा स्क्रीनिंग की गई। बैनर, पोस्टर के माध्यम से लोगों को जागरूक भी किया गया।
सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने पर लगेगा जुर्माना:
तंबाकू पदार्थों के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से विज्ञापन पर 01 से 05 वर्ष तक की कैद एवं 1000 से 5000 रुपए तक का जुर्माना देय है।18 वर्ष से कम आयु वर्ग के अवयस्कों को तंबाकू पदार्थ बेचने पर 200 रुपए तक का जुर्माना लग सकता है।बिना चित्रित या पैकेट के 85% भाग पर मुख्य रूप से न छपे वैधानिक चेतावनी के तंबाकू पदार्थ बेचने के जुर्म में 2 से 5 साल की कैद और 1000 से 10000 तक जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
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