बैठक में सफाई की गलत रिपोर्ट देने पर एजेंसी पर कार्रवाई का अंतिम निर्णय लेने हेतु, रिपोर्ट में नगर आयुक्त व पार्षदगण के पत्र से फंसी पेंच पर पार्षदगण सौपे अपनी राय:गरिमा
महापौर को 48 घंटे में अपना स्पष्टीकरण सौंपने के सख्त आदेश के 9वें दिन अनुपालन के बाद नगर आयुक्त ने किया है एजेंसी का लिखित समर्थन
अनुबंध के विपरीत कार्य व रिपोर्ट में मनमानी सहित पांच बिंदुओं पर स्पष्टीकरण को ले सौंपे जवाब में निगम कार्यालय पर फोड़ा गलती का ठीकरा
सफाई एजेंसी ने स्पष्टीकरण के साथ सौंपा है सफाई में कोताही पर बवेला करने वाले पार्षदों में से ढाई दर्जन से अधिक का अपने वार्ड में हुई सफाई के समर्थन वाला पत्र
सफाई व नाला उड़ाही कार्य में मनमानी में फंसी एजेंसी के समर्थन में नगर आयुक्त व पार्षदगण के पत्र ने बढ़ा दी है एजेंसी पर कार्रवाई में महापौर की परेशानी
बेतिया। नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा है कि बीते साल उनको अवैधानिक तरीके से हटाने के बाद साफ सफाई और अन्यान्य स्तर पर नगर निगम प्रशासन की बिगड़ी हालत में सुधार में कदम कदम पर पेंच उजागर हो रही है।
विगत 31 मई को संपन्न नगर निगम बोर्ड की सामान्य बैठक में सफाई एजेंसी पाथेय के द्वारा सौंपे गए एक अनर्गल प्रतिवेदन पर पार्षदगण के साथ कुछ अन्य माननीय सदस्य के द्वारा भी बवेला खड़ा किया गया था। महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा मेरे पद पर नहीं रहने के दौरान चयनित उक्त सफाई एजेंसी से उठाव वाले कचरे के वजन के आधार पर भुगतान का अनुबंध के विपरीत मानवबल की संख्या के आधार पर उक्त तथ्यहीन रिपोर्ट को आधार बनाकर बोर्ड की बहुमूल्य बैठक में घंटों बावेला मचाया गया।
इतना से मन नहीं भरा तो सदन के ही अनेक सदस्यगण ने बिना किसी के हस्ताक्षर वाले उक्त कथित रिपोर्ट को आधार बनाकर नगर निगम में लाखों के कथित घोटाला उजागर करने के नाम पर भी खूब सुर्खियां बटोरी गईं। महापौर ने कहा कि उक्त मनगढ़ंत रिपोर्ट के ऊपर मेरे द्वारा 48 घंटे में स्पष्टीकरण देने का आदेश नगर आयुक्त के माध्यम से सफाई एजेंसी को दिया गया। उसके पूरे नौ दिन बाद नगर आयुक्त के माध्यम से मुझे लिखित रिपोर्ट सौंपी गई है। जिसमें सफाई एजेंसी के द्वारा मेरे पांच सवालों का तथ्यगत प्रतिवेदन उपलब्ध कराने के बजाय उक्त कथित रिपोर्ट को एक ड्राफ करार देते कुल 84 पन्ने में नगर निगम के साफ सफाई का विस्तृत ब्योरा सौंपा गया है।
श्रीमती सिकारिया ने यह भी कहा कि उक्त स्पष्टीकरण के साथ हमारे नगर निगम के ढाई दर्जन से भी ज्यादा माननीय पार्षदगण और वार्ड जमादार की अलग अलग तिथियों की तस्वीर सहित रिपोर्ट है। प्रायः सबने साफ सफाई की लिखित रूप में सहमति दी है। उसमें नगर निगम की सफाई पर सवाल उठाने और लाखों का घोटाला ठहराने वाले अनेक माननीय पार्षदगण भी शामिल हैं। यह भी कम बड़ी बात नहीं है कि खुद नगर आयुक्त श्री शंभू कुमार ने भी अपने मंतव्य में सफाई एजेंसी के कार्य के कार्यकलाप की लिखित सराहना की है।
ऐसे में मेरे लिए यह अब बहुत जरूरी हो गया है कि अपने बोर्ड के माननीय सदस्यगण का सफाई एजेंसी पर कार्रवाई के बारे में स्पष्ट मंतव्य प्राप्त किया जाय। मैंने नगर आयुक्त को निर्देशित किया है कि सभी माननीय पार्षदगण को सफाई एजेंसी पाथेय के द्वारा प्रस्तुत स्पष्टीकरण की प्रति सबको उपलब्ध कराते हुए सबसे अलग अलग और लिखित मंतव्य एक हफ्ते के अंदर ही उपलब्ध कराने का अनुरोध किया जाय। ताकि स्पष्टीकरण से साथ संलग्न पत्र का सत्यापन होने के साथ सफाई एजेंसी के विरुद्ध मेरे समझ से जरूरी कार्रवाई के निर्णय पर माननीय पार्षदगण का मंतव्य प्राप्त हो सके।
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