निगरानी विभाग के हत्थे चढ़ा घूसखोर मझौलिया प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी

मझौलिया के जनवितरण दुकानदार से ले रहा था 55 हजार रूपया लाइसेंस नहीं रद्द करने को लेकर

पटना से आई निगरानी विभाग की टीम ने मझौलिया के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को 55000 रुपया रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा है।

उक्त जानकारी देते हुए निगरानी विभाग के डीएसपी सुजित कुमार सागर ने बताया कि मझौलिया के जन वितरण दुकानदार अजीत कुमार ओझा से शोकॉज वापस लेने एवं जनवितरण दुकान की लाइसेंस रद्द नहीं करने के एवज में मझौलिया प्रखंड के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी (एमओ) शैलेंद्र कुमार ने 55000 रूपया की मांग की थी। इस मामले में जन वितरण दुकानदार अजीत कुमार ओझा के शिकायत पर सत्यापन करने के बाद बुधवार की सुबह बेतिया के न्यू कॉलोनी स्थित प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी (एमओ) शैलेंद्र कुमार को उनके निजी आवास से 55000 रुपया रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया गया।जिन्हें टीम के द्वारा पटना ले जाया जा रहा है।

निगरानी टीम का नेतृत्व स्वयं निगरानी डीएसपी सुजित कुमार के द्वारा किया जा रहा था और उन्होंने बताया कि टीम में डीएसपी अरुणोदय पांडे भी सहयोग में थे। वहीं छापामारी दल में पुलिस निरीक्षक सतेन्द्र राम, विंध्याचल प्रसाद, ईश्वर प्रसाद, अवर निरीक्षक गणेश कुमार, सहायक अवर निरीक्षक राजीव कुमार तथा सिपाही मणिकांत, शशिकांत, रणधीर कुमार व विनोद कुमार सिंह शामिल थे।

बताते चलें कि इसके पूर्व बेतिया के अंचलाधिकारी, नगर थाना के सहायक अवर निरीक्षक, शिक्षा विभाग के कलर्क, सहायिका के पति, मुखिया आदि को निगरानी विभाग द्वारा रिश्वत लेते गिरफ्तार किया जा चुका है। अचानक हुई निगरानी की कार्यवाही की खबर से जिले में हड़कंप हो गया है। लेकिन फिर भी निगरानी विभाग की कार्यवाही के बाद भी रिश्वतखोर सरकारी कर्मचारी व अधिकारी बाज नहीं आ रहे हैं। 

टिप्पणियाँ