गुमशुदा लाश का नाम सुनते ही देखने दौड़ पडता है लौरिया के देवलाल साह का परिवार


लौरिया | घटना लौरिया बाजार की है,जब भी अखबारो में खबर पढते या अन्य किसी माध्यम से जानकारी मिलती की जिले के इस थाना क्षेत्र में एक अज्ञात शव बरामद हुआ है जिसकी शिनाख्त नही हो रही है। लौरिया के देवलाल साह के परिवार का कोई सदस्य वहां जरुर जाता है। आज भी उनके तीनों बेटो को अपने पिता के अपने घर आने का इंतजार रहता है। तो पत्नी गोदावरी देवी को अपने सिंदूर पर विश्वास है। गोदावरी देवी को विश्वास है कि मेरे पति एक दिन जरुर आएंगे। अब तक तीनों बेटो ने पिता की खोज में लाखों रुपया खर्च कर चुके है। अखबारों में फोटो के साथ इस्तेहार भी छपवाया है।|गोरखपुर के दैनिक जागरण, अयोध्या में भी दैनिक जागरण, के कई संस्करण में छपा तो बेतिया के दैनिक भास्कर सहित जिले के अखबारों में भी इस्तेहार छपा। लेकिन कोई फारदा नही हुआ। बेटा सह किराना व्यवसायी अखिलेश साह सब्ज़ी व्यवसायी दिनेश साह व गल्ला व्यवसायी कमलेश साह ने बताया कि दिन भर तो व्यवसाय में मन लगा रहता है। लेकिन रात में जब भी घर पहुंचते हैं तो बैठ के खुब रोते हैं। मां का दुःख देखा नही जाता।आखिर जाय तो कहाँ जाय। हम भाईयों का पैसा किस काम का है।

बता दे कि लौरिया नगर पंचायत के स्वर्गीय झगरु साह के 58 वर्षीय पुत्र देवलाल साह विगत 26 फरवरी को सुबह घर से दस रुपये लेकर पान खाने के लिए निकले। लेकिन अब तक घर नही लौटे। परिजनो ने थाना में गुमशुदगी के रिपोर्ट भी दर्ज भी करवाया है। अखबारो में इस्तेहार निकलवाया। खोजकर पता बताने वालो को बीस हजार रुपये ईनाम की बात बताई। और अब अनजान लाशो को पहचानने के लिए थानो की दौड़ लगाना शुरु किया है। यहीं नहीं यूपी, बिहार, सहित नेपाल तक भी अपने पिता का तलाश कर चुके हैं। परन्तु पिता का कुछ पता नहीं चल पाया है।

टिप्पणियाँ