वन विभाग द्वारा बेतिया राज की भूमि ( डोल बाग) बगीचा में वन उद्यान निर्माण अधर में लटका

भूमि पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा 

बेतिया |  कोर्ट ऑफ वार्ड के अंतर्गत अध्यक्ष सह सदस्य राजस्व पर्षद बिहार पटना के अध्यक्षता र्मे 11 अक्टूबर 2017 की बैठक में जिला पश्चिमी चम्पारण वन विभाग को बेतिया राज की भूमि बगीचा ( डोल बाग) हस्तगत करने हेतु प्रस्ताव पारित किया गया था। जिसके आलोक में राजस्व परिषद बिहार पटना के ज्ञापक 2665 दिनांक 18 अक्टूबर 2017 के निर्देश के अनुसार उज्जैन टोला थाना बेतिया मुफस्सिल जिला पश्चिमी चंपारण स्थित खाता नंबर 2 खेसरा नंबर 327 रकबा 24(चौबीस एकड़) जमीन (बाग सहित) स्थल की नापी कर स्केच मैप बेतिया राज अमीन नरेंद्र मिश्र तथा ढोढ़ा महतो अमीन द्वारा 27 नवंबर 2017 को की गई थी तदुपरांत बेतिया राज व्यवस्थापक द्वारा दिनांक 27 नवंबर 2017 को ही पूर्व बेतिया जिला पदाधिकारी डॉ0 निलेश रामचन्द्र देवरे को आवेदन द्वारा सूचनार्थ की गई । जहाँ जिलाधिकारी ने दिनांक 28 नवंबर 2017 को संयुक्त सचिव राजस्व परिषद बिहार पटना को पत्रांक 40 के माध्यम से अवगत कराएं। वही 10 मई 2018 को संयुक्त सचिव राजस्व परिषद बिहार पटना मुकेश प्रसाद द्वारा वन एवं पर्यावरण विभाग बिहार पटना के प्रधान सचिव को उक्त जमीन को वन विभाग को हस्तगत कराने तथा भूमि पर वन उद्यान के रूप में विकसित कराए जाने के संबंध में भू अर्जन अधिनियम के तहत वन विभाग को उपलब्ध कराने जाने हेतु विधिवत अधियाचना राजस्व पर्षद को उपलब्ध कराए जाने के लिए सूचनार्थ की गई और दिनांक 23 मई 2018 को ललन प्रसाद सिंह वन संरक्षक सह अपर सचिव ने राजस्व पर्षद बिहार पटना के पत्रांक 1089 के आलोक में मुख्य वन संरक्षक बिहार पटना को उक्त भूमि का निरीक्षण कर उपयुक्तता एवं विवाद मुक्त अवस्था को दृष्टिपथ में रखते हुए स्वमंतव्य के साथ भू-अर्जन का प्रस्ताव विभाग को उपलब्ध करने को कहा गया और उसके कुछ समय उपरांत वन विभाग द्वारा उक्त भूमि पर चार दिवारी की काम आधा पर ही रुक गई और कई भू- माफिया द्वारा अतिक्रमण भी कर लिया गया। और ऐसा प्रतीत होता है कि जो भूमि बेतिया राज ने बेतिया की विकास के लिए वन उद्यान बनाने के लिये वन विभाग को दी है, वह अधर में लटका पड़ा है और बेतिया डोल बाग बगीचा भू माफिया अतिक्रमणकारी के कब्जे में है।

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