माफ़ीवीर सावरकर के जन्म दिन 28 मई को संसद के नये भवन का उद्घाटन करना, इसका मतलब साफ़ है कि आंबेडकर के संविधान को ख़त्म कर देना चाहती है भाजपा- इंसाफ़ मंच


माफ़ीवीर सावरकर के जन्म दिन 28 मई को संसद के नये भवन का उद्घाटन करना, इसका मतलब साफ़ है कि भाजपा आंबेडकर के संविधान को ख़त्म कर देना चाहती है उक्त बातें इंसाफ़ मंच के दूसरे जिला सम्मेलन के तैयारी में मझौलिया के सेमरा मदरसा और मैनाटाड़ के मरजदवा में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए इंसाफ़ मंच जिला सचिव फरहान राजा ने कहीं, आगे उन्होंने कहा कि सत्ता संरक्षित अन्याय के खिलाफ इंसाफ़ पसंद नागरिकों को संगठित कर आंदोलन को तेज़ करना होगा! सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं को गाँव गाँव में लग जाने की आह्वान किया, इंसाफ़ मंच का दूसरा जिला सम्मेलन 8 जून 2023 को नगर निगम कैम्पस सम्राट अशोक भवन में आयोजित हैं! 

 आगे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि संसद के नए भवन का प्रधानमंत्री द्वारा किया जा रहा उद्घाटन देश की संसदीय प्रणाली के विध्वंस का एक और संकेत है. उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा उद्घाटन कार्यक्रम के बहिष्कार की घोषणा के साथ हम खड़े हैं.

उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने विगत दिनों दिल्ली की निर्वाचित सरकार की शक्तियों को पुष्ट किया था. उसे पलट देने के मकसद से केंद्र सरकार एनसीसीएसए अध्यादेश लेकर आई है, जो देश के संघीय ढांचे के खिलाफ है और संविधान पर एक निर्लज्ज हमला है. इसे निश्चित तौर पर पराजित करना होगा. देश के संघीय ढांचे और संसदीय लोकतंत्र के संवैधानिक आधार के पक्ष में हम मजबूती से खड़े हैं. अध्यादेश को तत्काल रद्द करने की मांग करती है.

आज देश एक बहुत मुश्किल दौर में है. यदि 2024 में मोदी फिर से सत्ता में आ गये तो देश मे कभी चुनाव न होगा. चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं है. मोदी बजरंगबली के नाम पर वोट मांगते रहे लेकिन कोई कारवाई नहीं हो रही है. एक समय था जब बाल ठाकरे पर कारवाई हो गयी थी. आज सब कुछ मोदी की पाकेट संस्थाएं हो गयी हैं.

इंसाफ़ मंच के जिला नेता अफाक अहमद ने कहा कि लोकतंत्र इस देश के गरीबों को चाहिए,  अम्बानी अडानी को नहीं. इसलिए आज सभी लोकतंत्र पसंद और संविधान के पक्ष में खड़ी ताकतों को एकजुट होकर ऐसी ताकतों को पीछे धकेलना होगा. इंसाफ़ मंच जिला सम्मेलन को तन मन धन से सहयोग करने की अपील किया बैठक में चांद जी सरपंच,फरहान राजा,आफाक अहमद मोहम्मद आलम,अब्दुल खैर जी,जुलकरनैन जी,डॉक्टर ए के वर्मा,सीता राम जी,Sk जहांगीर,मनसफ मिया,साहिद इकबाल आदि लोगों ने भी मोदी सरकार की आलोचना की!

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