महापौर के स्थल निरीक्षण में अधूरी मिली दो खंडों में नाला एवं पीसीसी सड़क निर्माण की तीन साल पुरानी योजन
अतिक्रमण को ले योजना अधूरी रहने की जानकारी मिलने पर नगर आयुक्त ने दी जल जमाव पर कार्रवाई की चेतावनी
बेतिया । इंद्रपुरी मुहल्ले में जल निकासी की समस्या और जल जमाव की शिकायत मिलने पर महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने बुधवार को नगर आयुक्त के साथ खुद से स्थल निरीक्षण किया। जहां वर्ष 2019-20 में ही स्वीकृत कुल 23.57 लाख की लागत वाली पीसीसी सड़क और दो खंडों में नाला निर्माण योजना का एक भाग तीन साल से अधूरा रह जाने की जानकारी मिली थी। नगर आयुक्त शंभू कुमार के साथ मौके पर पहुंचने पर जल जमाव और अधूरा नाला निर्माण की शिकायत को सही पाया गया।
पीसीसी सड़क और दो खंडों में से एक खंड का नाला निर्माण वर्ष 2020 के मार्च अप्रैल में ही अधूरा छोड़ दिए जाने को महापौर ने बड़ी लापरवाही करार दिया। तीन साल से अधूरी पड़ी इस योजना को बरसात शुरु होने से पहले हर हाल में पूरी कर लेने का सख्त निर्देश महापौर श्रीमती सिकारिया द्वारा दिया गया। तब संवेदक ने बताया की कुछेक स्थानीय लोगों के विरोध के कारण योजना तब अधूरी रह गई थी। तब नगर आयुक्त ने कहा कि सरकारी भूखंड और सड़क की जमीन का अतिक्रमण कर के नगर निगम की योजना को बाधित करना कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
नाला निर्माण पूरा नहीं हुआ तो अतिक्रमणकारी और संवेदक दोनों पर कार्रवाई होगी। तब दर्जनों मुहल्ले वासियों की मौजूदगी में महापौर गरिमा देवी सिकरिया ने कहा कि अधूरे नाला निर्माण और ऐसे जल जमाव से आस पास के लोगों सहित पूरे इंद्रपुरी को परेशानी है। उन्होंने तीन साल पूर्व स्वीकृत योजना संख्या -36/2019-20 के अनुसार बृज मोहन उपाध्याय के घर से हरेंद्र मणि त्रिपाठी के घर तक के नाला का कार्य आज ही शुरू करा देने का आदेश देकर नाला निर्माण का कार्य शुरू कराया। इस मौके पर स्थानीय नगर पार्षद के पति मोहम्मद सरफराज, सिटी मैनेजर अरविंद कुमार, कनीय अभियंता मनीष कुमार सहित दर्जनों गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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