तेंदुआ की ट्रेन से कटकर हुईं मौत मामले में वन्यजीवों की सुरक्षा पर फिर उठे कई सवाल

बगहा। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व अंतर्गत रेलवे ट्रैक पर ट्रेन से कटकर एक तेंदुआ की मौत हो गई है।तेंदुआ जंगल के एक इलाके से निकलकर रेल ट्रैक के सहारे दूसरे इलाके में जा रहा था।तभी अचानक तेज रफ्तार ट्रेन से उसका सामना हो गया। तेंदुआ का शव रेल ट्रैक पर दो पटरियों के बीच फंसा हुआ मिला है।

घटना वाल्मीकिनगर रोड रेलवे स्टेशन के समीप बने पुल संख्या 383 की है।सूचना के बाद मदनपुर रेंजर के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है और ट्रेन से कटकर हुई तेंदूआ मौत के मामले की जांच शुरू कर दी गई है।बताया जा रहा है कि बिहार का इकलौता वाल्मीकि टाईगर रिज़र्व अपने स्थापना का 50 वां सालगिरह मना रहा है।इसी बीच तेंदुआ की मौत से अफ़रा तफ़री का माहौल है,क्योंकि इस टाईगर रिज़र्व में क़रीब 100 की संख्या में तेंदुआ है।

जबकि 50 के आस पास बाघों की तादाद है लिहाज़ा ट्रेन की चपेट में आकर मरे तेंदुआ के शव को पोस्टमार्टम कराने के साथ आगे की कार्रवाई तेज़ कर दी गई है।वरीय अधिकारियों के घटना स्थल पर आने का इंतज़ार किया जा रहा है।वही यूपी व नेपाल सीमा पर स्थित बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाईगर प्रोजेक्ट की स्थापना के 50 साल पूरे होने पर वन विभाग गोल्डन जुबली मना रहा है।

आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत 11 अप्रैल तक कई कार्यक्रम व कार्यशाला वन्य जीवों की सुरक्षा के तहत आयोजित किए जा रहे है।इसी बीच तेंदुआ की मौत से वन विभाग में मातम सा माहौल है।

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