शव के साथ आक्रोशित ग्रामीणों ने बेतिया- लौरिया मुख्य सड़क को किया जाम
घंटों यातायात रही बाधित
बेतिया -सिरिसिया ओपी क्षेत्र अंतर्गत बुधवार की रात एक युवक की हत्या युवक की हत्या नाच देखकर घर लौटने के क्रम में भेली टोला, गरभुआ के पास कर दिया गया। जिसको लेकर गुरुवार को लगभग 4 घंटे तक युवक की शव के साथ आक्रोशित ग्रामीणों ने बेतिया- लौरिया मुख्य सड़क को जाम कर यातायात बाधित कर दिया।
घटना के संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि जिनवलिया गांव, वार्ड नंबर 03 के हरेन्द्र राम का बेटा साजन कुमार उम्र करीब 25 वर्ष को बुधवार के रात बगल के गांव भेली टोला, गरभुआ में नाच देखने का फोन आया। जिसपर वो रात 10 बजे नाच देखने चला गया। उसके पश्चात रात के 12 बजे एक अज्ञात नम्बर से मृतक के भाई कृष्णा के पास फोन आया कि उसका भाई घायल सड़क पर गिरा हुआ है। तब गांव के लोग और परिजन बताए हुए जगह पर गए तो साजन कुमार लहुलुहान पड़ा हुआ था। घर से निकलते हुए सिरिसिया ओपी की गश्ती गाड़ी ने इतनी रात को जाने का कारण परिजनों से पूछा तो उन्होनें फोन से आई सूचना को बताया। जिसके बाद पुलिस भी घटनास्थल पर परिजनों के साथ पहुंच गई। साजन कुमार लहुलुहान और मृत अवस्था में मौका ए वारदात पर पाया गया। जिसे पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए जीएमसीएच, बेतिया भेज दिया। वहीं जब पोस्टमार्टम होने के बाद साजन कुमार का शव गांव पहुंचा तो चीख पुकार मच गई और स्थानीय ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा तथा शव को बेतिया लौरिया मुख्य मार्ग में जिनवलिया चौक पर रखकर सड़क को जाम कर यातायात रोक दिया।
करीब 3 घंटा तक सड़क जाम रहा और दोनों तरफ गाड़ियों की लम्बी कतार लग गई। वहीं कुछ गाड़ियों व मोटरसाइकिलों ने अपना रास्ता बदल कर इधर उधर से निकलते देखें गए। मृतक के भाई कृष्णा ने उक्त बातों को बताते हुए यह भी बताया कि साजन कुमार का मोबाइल घटनास्थल से गायब था और संभवतः उसकी हत्या करने वाले ही साक्ष्य मिटाने के लिए लेकर भाग गए हैं। जिस अज्ञात नम्बर से फोन आया था उसका नम्बर की जांच होने से भी मामले का खुलासा किया जा सकता है। वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस को अविलम्ब हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की और जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी मार्ग अवरूद्ध रहेगा। हालांकि ग्रामीण बेतिया एसपी को भी बुलाने की मांग करते रहें।
घटना और सड़क जाम की सूचना पर योगापट्टी अंचल के पुलिस निरीक्षक उग्रनाथ झा, शनिचरी ओपी प्रभारी मनोज कुमार और सिरिसिया ओपी प्रभारी विकास तिवारी अपने दल बल के साथ पहुंच कर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया और वहीं मृतक के पिता हरेन्द्र राम के फर्दवयान को दर्ज कर अग्रेतर कार्यवाही करने में जुट गए। हालांकि फर्दवयान के बाद भी सड़क जाम हटाने को लेकर काफी मशक्कत पुलिस को और कुछ स्थानीय लोगों को करनी पड़ी। पुलिस के आश्वासन के बाद सड़क जाम को हटाया जा सका। आपको बता दें कि बेतिया के निवर्तमान एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा का स्थानांतरण सहरसा हो चुका है और सुपौल के निवर्तमान एसपी डी. अमरकेश का बेतिया स्थानांतरण हुआ है। ऐसे में उनके बेतिया आने के साथ ही अज्ञात अपराधियों द्वारा की गरी हत्या की गुत्थी सुलझाना एक बड़ी चुनौती हो सकती है। बताते चलें कि बेतिया में ऐसे कई हत्याकांड अभी लम्बित है जिसका उद्भेदन अब तक नहीं हो सका है। ऐसे में नवागत एसपी के लिए हत्याओं का उद्भेदन एक बड़ी चुनौती होगी।
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