मिशन परिवार विकास अभियान- महिला बंध्याकरण में तीसरे स्थान पर बेतिया

05 से 25 मार्च तक जिले में चला है अभियान 

स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से मिली महिला बंध्याकरण में सफलता- डीसीएम राजेश कुमार

मिशन परिवार विकास अभियान- महिला बंध्याकरण में तीसरे स्थान पर बेतिया

बेतिया (सोनू भारद्वाज) । जिले में पिछले महीने 05 से 25 मार्च तक मिशन परिवार विकास अभियान के तहत परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा मनाया गया। इस दौरान आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, जीविका दीदी व स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से महिला बंध्याकरण में पश्चिमी चंपारण (बेतिया) जिले को राज्य रैंकिंग में तीसरा स्थान मिला है। ये बातें डीसीएम राजेश कुमार ने कहीं। वहीँ अभियान की सफलता पर सिविल सर्जन डॉ श्रीकांत दुबे, डीपीएम अमित अचल व अनुश्रवण पदाधिकारी विनय कुमार सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग व जागरूकता से ही इस अभियान में सफलता मिली है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों ने तत्परता पूर्वक योग्य दंपतियों से मिलकर उन्हें परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधनों को अपनाने के लिए जागरूक किया।

बढ़ती जनसंख्या पर रोकथाम के लिए परिवार नियोजन जरूरी:

जिला स्वास्थ्य समिति बेतिया के डीसीएम राजेश कुमार ने कहा कि - बढ़ती जनसंख्या पर रोकथाम के लिए परिवार नियोजन जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिले को राज्य से 2260 का लक्ष्य मिला था। निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध पश्चिमी चंपारण ने 1634 महिलाओं का बंध्याकरण करवाकर 72.3% सफलता के साथ पूरे राज्य में तीसरा स्थान प्राप्त किया है।

महिला नसबंदी से भी सरल प्रक्रिया है पुरुष नसबंदी:

डीसीएम राजेश कुमार ने बताया कि महिला बंध्याकरण से पुरुष नसबंदी की प्रक्रिया सरल है। पुरुष नसबंदी को लेकर समाज में कई प्रकार का भ्रम फैला हुआ है। इस भ्रम को तोड़ना होगा। छोटा परिवार सुखी परिवार की अवधारणा को साकार करने के लिए पुरुष को आगे बढ़कर जिम्मेदारी उठाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी महिला बंध्याकरण की तुलना में आसान है और इससे पुरुषों की पौरुषता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।

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