डाॅक्टर भीमराव आंबेडकर की 132 वीं जयंती पर पुष्प अर्पित कर नमन किया


बेतिया | भारतीय संविधान की रचयिता महान समाज सुधारक एवं विधिवेत्ता डाॅक्टर भीमराव आंबेडकर साहब जी की जयंती पर जगजीवन नगर बेतिया में बाबा साहब की आदमकद प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर कोटि कोटि नमन किया गया। उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए भाकपा-माले के जिला नेता रवीन्द्र कुमार रवि ने कहा कि भारत का संविधान व लोकतंत्र आखिरी सांस ले रहा है।1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस से जो सिलसिला शुरू हुआ और 2002 में हुए गुजरात जनसंहार से परवान चढ़ा।आज मोदी सरकार मजदूरों के तमाम कुर्बानियों से हासिल 44 श्रम कानून को एक झटके में खत्म कर चार संहिता में बदल दिया है।अब 8 घंटे काम के बदले 12 घंटे काम करने का काला कानून बना दिया है। आरक्षण को कमजोर किया जा रहा है। संविधान से परे जा कर आर्थिक आधार पर समान्य जाति को 10℅ आरक्षण दे दिया गया है। 

निवर्तमान पार्षद व समाजसेवी रीता रवि ने कहा कि न्यायपालिका में आरक्षण नहीं है यह भी एक बड़ा सवाल है। पर सरकार की परेशानी दुसरी है, वह कॉलेजियम से परेशान है और इसको बदल देना और उसको भी अपने जेब में रख लेना चाहती है। अभी जो अघोषित आपातकाल है वह स्थायी है। अगला 2024 का चुनाव इससे मुक्ति के लिए है। यह देश की जनता की आकांक्षा है। जन आंदोलन को तेज़ कर भाजपाई साम्प्रदायिक फासीवाद का मुकाबला करना होगा इनके अलावा रामसूरत राउत, राजेश राउत,गणपत राउत,सुरेश राउत,रितेश कुमार,बली राउत, सोनू कुमार, बिट्टू कुमार, अजय कुमार, गायत्री देवी,शोभा देवी आदि गणमान्य बुद्धिजीवियों ने भी संबोधित किये।

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