कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा प्रधानमंत्री का पुतला दहन



बेतिया - भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पं चम्पारण की ओर से संवैधानिक मूल्यों को समाप्त कर देश में तानाशाही का राज स्थापित करने वाले प्रधानमंत्री का पुतला दहन बेतिया शहीद पार्क के समक्ष किया गया, तथा विपक्ष के नेता राहुल गांधी की सदन की सदस्यता रद्द किए जाने के आदेश को वापस लेने की आवाज बुलंद की गई, भाकपा जिला सचिव ने बताया कि आज देश अघोषित इमरजेंसी के दौर से गुजर रहा है, सरकार के खामियों को जो उठा रहा है या सरकार की विफलता पर सवाल कर रहा है तो यह सरकार उसे राष्ट्र द्रोही कहने लग रही है, उसे जेल के अंदर बंद किया जा रहा है, तरह तरह के आरोप लगा कर प्रताड़ित किया जा रहा है, और इसी हिटलर शाही का ताजा उदाहरण विपक्ष के नेता राहुल गांधी की संसद की सदस्यता समाप्त किया जाना है, 

सताधारी दलों में दर्जनों लोग सदन के सदस्य है जिनके ऊपर कई गंभीर आरोप है, बल्तकारियो को माला पहनाया जा रहा है, देश का धन लूटने वालों को राष्ट्र भक्त बताया जा रहा है और जो सवाल पूछ रहा है उसे सजा दी जा रही है, उल्टा राज देश में भाजपा चला रही है आज देश में अडानी प्रकरण का मामला जोरों पर है पूरा विश्व इस प्रकरण पर देश के प्रधानमंत्री एवं सरकार का मन्तव्य जानना चाहता है लेकिन प्रधानमंत्री तो अडानी को बचाने और विपक्ष के नेता राहुल गांधी एवं अन्य नेताओं को फंसाने में व्यस्त है, 

राजनीतिक दलों, समाजिक कार्यकर्ताओं, के साथ इस तरह के वैमस्यतापूर्ण व्यवहार की भाकपा घोर आलोचना करती है तथा देश में लोकतंत्र, संविधान की रक्षा एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा के मांग लेकर आंदोलन तेज कर रही है तथा विपक्ष की मजबूत एकता पर बल देती है भाकपा जेल में बंद सभी सोसल एक्ट्रविस्टो को रिहा करने, विपक्ष के नेता राहुल गांधी के संसद की सदस्यता वापस करने, अडानी प्रकरण का संयुक्त संसदीय कमिटी से जांच कराने की मांग करती है मौके पर भाकपा के नेता राधामोहन यादव, बब्लू दूबे, अशोक मिश्र, खेतमजदूर नेता सुबोध मुखिया, युवा नेता तारिक, केदार चौधरी, संजय सिंह, राकेश श्रीवास्तव, लक्की, राजेन्द्र साह, अच्छे लाल चौधरी, लालबाबु राम, योगेन्द्र शर्मा, फरमान, कैलाश प्रसाद, सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहें.

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