रविवार को मौलाना वाली रहमानी के राजनीतिक चिंतन पर राष्ट्रीय संगोष्ठी

प्रेस वार्ता में सचिव ज़ाकिर बलीग़ एवं अन्य ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताई।

इमारते शरीया के सातवें अमीरे-शरीयत श्री वली रहमानी समाज और देश की राजनीतिक समस्याओं को हल करने के लिय जीवन पर्यन्त सक्रिय रहे। बिहार विधान सभा परिषद के कार्यकारी सभापति था सदस्य के रूप में भी वे सक्रिय राजनीतिक योगदान करते रहे। अमीरे-शरीयत के तौर पर उन्होंने सम्पूर्ण देश और विशेष रूप से मुस्लिम समाज के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों के समाधान के लिए हमेशा संघर्ष किया। किसी राजनीतिक मसले पर उनकी बातें पूरा देश गंभीरता से सुनता था। तंजीमे- इमारत शरीया, पश्चिमी चम्पारण के सचिव श्री ज़ाकिर बलीग़, अधिवक्ता ने एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि दिल्ली, हैदराबाद, लखनऊ, देवबंद, कोलकाता, पटना, मुंगेर, दरभंगा आदि स्थानों से पचास से अधिक धर्मवेता, संविधानविद, बुद्धिजीवी, पत्रकार एवं आलोचक-शोधार्थी गण एकत्रित हो रहे हैं जिनके आलेख-पाठ होंगे।

आयोजन समिति की ओर से प्रो॰ सफ़दर इमाम क़ादरी ने स्पष्ट किया कि मौजूद अमीरे-शरीयत श्री अहमद वली फैसल रहमानी कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। सेमिनार में प्रस्तुत किए जाने वाले आलेख 560 पृष्ट की पुस्तक के रूप में प्रकाशित है जिसका लोकार्पण आरंभिक सत्र में होगा।

श्री ज़ाकिर बलीग़ ने बताया की चम्पारण में ऐसे राष्ट्रीय आयोजन बहुत काम होते हैं। अतः यह एतिहासिक अवसर होगा जब देश भर के विद्वान इस आयोजन में अपने विचार प्रस्तुत करेंगे जिनके उपरान्त हमारी नई पीढ़ी मौलाना वली रहमानी के राजनीतिक दृष्टिकोण को समझ कर अपने भविष्य के लिए रणनीति तैयार करेगी।

प्रेस-वार्ता में कोलकाता से पधारे प्रो॰ मो॰ तैयब नोमानी, श्री इम्तेयाज़ रहमानी तथा तंजीमे- इमरत शरीया, पश्चिमी चम्‍पारण के अध्यक्ष मौलाना महबूब आलम नोमानी ने भी अपने उद्गार व्यक्त किए।

5 मार्च को सुबह 9 बजे से उद्घाटन-सत्र आरंभ होगा तथा संध्या 6 बजे आमसभा का आयोजन “ मैरिज गार्डेन”, मनुआ पुल में होगा। आयोजकों नें समाज की सभी वर्गों को समाचार पत्रों के माध्यम से सादर निमंत्रित किया है।

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