सोमेश्वर पर्यटन यात्रा पर गए यंग लीडर्स प्लास्टिक चैंपियन बोले वीटीआर की प्राकृतिक सुंदरता अद्वितीय,यहाँ पर्यटन की अपार संभावनाएं


बगहा | पश्चिम चम्पारण जिले के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के बगहा अनुमंडल अंर्तगत वाल्मीकिनगर हो या रामनगर प्रखंड के वन क्षेत्र अवस्थित सोमेश्वर की पहाड़ियाँ हो ये अद्वितीय हैं। बिहार में प्राकृतिक सुंदरता, सजीवता का कोई सानी नहीं है। यहाँ की सुंदरता अद्वितीय है। यहाँ पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उक्त बातें सोमेश्वर पर्यटन यात्रा पर गए द यंग लीडर्स प्लास्टिक चैंपियन सह बगहा नगर परिषद के ब्रांड एंबेसडर सुनिल कुमार ने कहा। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक सुंदरता यथावत रहने हेतु तथा पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव संरक्षण हेतु श्रद्धालु पर्यटक लोग वनक्षेत्र में कचरा न फैलाएं तथा सिंगल यूज प्लास्टिक, पॉलिथीन, प्लास्टिक बोतल के उपयोग से बचें इसे वहाँ नहीं फेंके। धूम्रपान नहीं करें। इन कचरे से पर्यावरण एवं प्रकृति को नुकसान होगा साथ हीं सभी जीवों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

वीटीआर के सोमेश्वर की सबसे उपर पहाड़ी पर माँ कालिका का मंदिर है। वहाँ तक पहुंचने के लिए दुर्गम मार्ग से होकर गुजरना किसी आश्चर्य से कम नहीं। रास्ते में कई अनदेखे मनोहर दृश्य, पहाड़, जलस्रोत, पथरीले मार्ग काफी रोमांच भरते हैं। वहीं बिहार का कश्मीर कहे जाने वाले वाल्मीकिनगर की प्राकृतिक सुंदरता सुप्रसिद्ध है। वहाँ जंगल सफारी, रामायण काल से जुड़े स्थल, त्रिवेणी संगम, वन्यजीव, नदी, नरदेवी मंदिर, कौश्लेश्वर मंदिर, हाथी शेड आदि स्थल काफी मनमोहक लगते हैं। यहाँ काफी अधिक संख्या में पर्यटक, श्रद्धालु पहुंचते हैं। बच्चों के लिए चिल्ड्रेन पार्क काफी आनंददायक है। इन वन क्षेत्र में पहुँचने वाले पर्यटकों, श्रद्धालुओं को पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव और जल व जलीयजीव  संरक्षण का ख्याल रखते हुए इको फ्रेंडली वस्तुओं का उपयोग करना चाहिए।

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