24 मार्च और भगत सिंह, राजगुरु और शुकदेव का शहादत दिवस था.

बेतिया 24 मार्च और भगत सिंह, राजगुरु और शुकदेव का शहादत दिवस था. बेतिया तीन लालटेन स्थित भगत सिंह की प्रतिमा है. उक्त स्थल की सफाई बेतिया नगर निगम द्वारा नहीं कराया जाता है. वहां हमेशा कचरा लगा रहता है. 23 मार्च 2023 को सफाई नही हुआ था तो कोशिश किया गया कि नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी से बात किया जाए लेकिन बात नहीं हो पाइ. 

तब उक्त वार्ड के निगम पार्षद रोहित सीकारिया जो वर्तमान महापौर गरिमा सिकारिया के पति है के मोबाइल नंबर वाट्सएप ग्रुप से लेकर फोन किया गया और याद दिलाया गया कि आज भगत सिंह, राजगुरु और शुकदेव का शहादत दिवस है. उक्त स्थल का साफ सफाई करा दिया जाए. उधर से बताया गया कि जल्दी जल्दी जल्दी . दो बजे ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा)और इंकलाबी नौजवान सभा(इनौस ) का जुलूस आया और शहीद ए आजम भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. कितु वार्ड पार्षद महोदय द्वारा स्थल की सफाई नही कराया गया था. कचरा अंदर और बाहर लगा हुआ था. सामने लगा पौधा भी भगत सिंह को ढक दिया है. उसका भी कटाई नही कराया गया था. 

आप समझ सकते है जिन शहीदों के शहादत पर आज हम आजाद हुए. उसी आजादी का परिणाम है कि हम निगल पार्षद, महापौर और विधायक, सांसद बनते है लेकिन उन्ही शहीदों के प्रति संवेदनहीन बने हुए है. सबसे बड़ी शर्मिन्दगी बेतिया नगर निगम की है जो करोड़ों करोड़ रुपये विकास के नाम पर खर्च कर रहा है और एक शहीद की शहादत स्थल को साल भर सफाई करने के बजाय उनकी शहादत दिवस पर भी सफाई करने में विफल है . इतना निक्कमा नगर निगम बेतिया नगर निगम है. भाकपा-माले इसकी कड़ी निंदा करता है. माले नेता सुनील कुमार राव ने कहा कि नगर निगम की शहीद स्थल की सफाई नही करना शहीदों और उनकी शहादत का अपमान है. भाकपा-माले इसकी तिखी निंदा करता है तथा नगर निगम के निक्कमापन के खिलाफ आंदोलन चलाएगा.

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