भाकपा-माले का लोकतंत्र बचाओ - देश बचाओ रैली में बेतिया से हजारों मजदूर किसान, छात्र नौजवान हुए रवाना
भाकपा-माले का लोकतंत्र बचाओं देश बचाओं रैली होगी ऐतिहासिक- माले
बेतिया || भाकपा-माले के 'फासीवाद मिटाओ, लोकतंत्र बचाओ – शहीदों के सपनों का भारत बनाओ' रैली में बेतिया से हजारों मजदूर किसान, छात्र नौजवान का दूसरा जथा 5216 सवारी गाड़ी से रवाना हुआ
रैली के के साथ 15 से 20 फरवरी तक पटना में भाकपा-माले का 11वां पार्टी महाधिवेशन आयोजित है।
भाकपा-माले नेता सुनील कुमार राव, सुरेन्द्र चौधरी, बैरिया मुखिया संघ के प्रवक्ता नवीन कुमार, योगेन्द्र यादव, इनौस नेता अफाक अहमद मनबोध साह, धर्म कुशवाहा छोटे लाल राम आदि नेताओं ने कहा कि रैली में मजदूरों किसानों के साथ साथ ठेका मानदेय कर्मचारियों, बेरोजगार युवाओं और बडी़ संख्या मे महिलाओं की भागीदारी हो रहा है, आगे कहा कि ने मोदी नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की विनाशकारी नीतियां व कार्यवाहियां देश को बर्बादी की कगार पर ले आयी है।
मोदी सरकार की चरम कॉरपोरेटपरस्ती ने आम लोगों की जिंदगी को गहरे संकट में डाल दिया है। आरएसएस–भाजपा द्वारा संविधान व लोकतंत्र पर तीखा हमला किया जा रहा है। सत्ता समर्थित आतंक – उत्पीड़न व दमन, मोदी सरकार की चारित्रिक विशिष्टता बन गयी है। तमाम लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर या खत्म किया जा रहा है और जनता को हासिल अधिकारों को कुचला जा रहा है। मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद हिटलर को अपना आदर्श मानने वाले फ़ासीवादी - सम्प्रदायिक संगठन आरएसएस को खुल कर खेलने का मौका मिल गया है।
महंगाई, बेरोजगारी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा तो दूसरी ओर मोदी सरकार निजीकरण के जरिए देश की संपत्तियों को अपने कॉरपोरेट आकाओं के हवाले कर रही है। पार्टी का यह राष्ट्रीय महाधिवेशन भाजपा को दिल्ली की गद्दी से उखाड़ फेंकने की ओर संचालित एक अभियान है। इस दिशा भाकपा-माले मजबूती से आगे बढ़ रही है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें