चिकित्सकों की लापरवाही के कारण जिले में हो रही है प्रतिदिन मरीजों की मौत

झोलाछाप डॉक्टरों के कारण जिले में एक सप्ताह के अंदर लगभग आधा दर्जन लोगों की हुई मौत

बेतिया पश्चिम चंपारण जिले में झोलाछाप डॉक्टरों की बाढ़ आ गई है जिसका नतीजा 1 सप्ताह के भीतर कई मरीज काल के गाल में समा गये है जहां पिछले कुछ दिनों में जिले के विभिन्न हॉस्पिटल एवं नर्सिंग होम में झोलाछाप चिकित्सक कि लापरवाही के कारण नरकटियागंज सेवा सदन हॉस्पिटल में नरकटियागंज सेवा सदन हॉस्पिटल में प्रियंका कुमारी और उसके शिशु की मौत ऑपरेशन के दौरान हो गई जिसकी कांड संख्या शिकारपुर थाना अंतर्गत 52 /23 है और अभी तक इस कांड के दोषियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है तो दूसरी तरफ शुक्रवार के दिन उसी नरकटियागंज शहर के कृषि बाजार रोड स्थित एक निजी क्लीनिक में तुम कड़िया निवासी शोभा देवी की मौत चिकित्सकों की लापरवाही के कारण हो गई ठीक उसी प्रकार की घटना बेतिया नगर के हॉस्पिटल रोड स्थित मित्रा चौक के पास डॉ सुनील कुमार सर्जन के निजी क्लीनिक में ऑपरेशन के दौरान पूर्वी चंपारण केसरिया के मोहम्मद आजाद की पत्नी शहला परवीन की मौत हो जाती है अब यह मामला सुलझा भी नहीं कि बेतिया मुफ्फसिल थाना क्षेत्र आईटीआई चौक स्थित शांति हरि सुधन्य चांद बवासीर चिकत्सालय के डॉ. अविनाश गोलदार ने नौतन थाना क्षेत्र के सुंदरपट्टी मूर्तियां टोला, पकड़िया पंचायत वार्ड न.05 निवासी मृतक बंगाली राम की भगंदर के ऑपरेशन के दौरान नस कट जाने से बंगाली राम की मौत हो गई 

शनिवार के दिन चेक पोस्ट स्थित शांति हरि सुकन्या चांद बवासीर चिकित्सालय में भगंदर के ऑपरेशन होने के कारण चिकित्सक की लापरवाही पर नौतन थाना क्षेत्र के मूर्तियां निवासी बंगाली राम की मौत हो जाती है इन सभी घटनाओं में देखा जाए तो कहीं ना कहीं स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी नर्सिंग होम संचालित हो रहे हैं इतना ही नहीं थाने में इन नर्सिंग होम के संचालकों पर प्राथमिकी भी दर्ज होती है तो पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं होने के कारण इस प्रकार के धंधे में संलिप्त कारोबारियों का मनोबल दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है एक तरफ जहां सूबे के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव स्वास्थ्य विभाग पर नकेल कसने की बात कर रहे हैं, वही जिले में इस प्रकार का धंधे का संचालित होना और मरीजों की मौतें होना अपने आप में पुलिस प्रशासन और सरकार पर शक की सुई घूमती नजर आ रही है। 

वही बीती रात मित्रा चौक के पास सर्जन डॉ सुनील कुमार के क्लिनिक में ऑपरेशन के दौरान एक महिला मरीज के मौत को लेकर शुक्रवार की देर शाम मरीज के परिजनों ने जमकर किया हंगामा, इस दौरान कई जनप्रतिनिधि से लेकर बिचौलिए तक मामले को रफा दफा करने की जुगाड़ में लगे रहे। यह पुरा मामला डाक्टर सुनिल कुमार नाम से संचालित नर्सिंग होम का है जहां किडनी में पथरी का इलाज कराने आई एक महिला की मौत हो गई। 

सुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार बताया गया कि जो इंजेक्शन मांस में देना चाहिए वह इंजेक्शन चिकित्सक द्वारा नस में दे दिया गया, जिससे मरीज की हालत गंभीर हो गयी और अन्ततः मौके पर ही महिला की मौत हो गई। परिजनों को बरगलाते हुए डाक्टर सुनिल के द्वारा कहा गया कि जल्दी मरीज को मोतिहारी रहमानिया में ले जाना होगा। वहीं सुत्रो का कहना है कि डाक्टर सुनिल कुमार द्वारा मरिज को मार देने के बाद डेडबॉडी को किलनीक से हटाना चाहते थे, लेकिन घटना की सुचना पाकर नगर थाना ने मौके पर पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेतिया जीएमसीएच भेज दिया है। हालांकि इस घटना के बाद डाक्टर और कर्मी फरार हो गए। 

बता दें कि मृतक महिला की पहचान सेहला प्रवीण, पति मोहम्मद आजाद हुसैन, साकिन पंचायत बैकुठंवा, प्रखंड नौतन, ग्राम नकती पटेरवा में ससुराल था जिसकी दो साल की बेटी भी थी, जिसके सर से मां का साया हट चूका है वह मायके से इलाज कराने अपने ससुराल आई थी, जिसमें सुबह नौ बजे बेतिया डाक्टर सुनिल कुमार के पास इलाज शुरू हुआ एवं शाम लगभग छः बजे मरीज की मृत्यु हो गई। इस सम्बंध में सिविल सर्जन डॉ विरेन्द्र कुमार चौधरी का कहना है कि इस घटना की उन्हें सूचना नही है अगर लिखित रूप में शिकायत मिलती है तो मामले की जांच कराकर दोषी डॉक्टर पर कार्रवाई की जाएगी।

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