बी पी खे म यू के अध्यक्ष देवेन्द्र चौरसिया तथा महासचिव बने भोला दिवाकर
बेतिया बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन का दसवां बिहार राज्य सम्मेलन सारंगधर पासवान नगर , लाल बाजार सुंदरमल धर्मशाला बेतिया में आज संपन्न हो गया । सम्मेलन को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के महासचिव बी बैंकट ने कहा कि आज संघर्ष खड़ा करने का समय है । संघर्ष शासक वर्ग की सांप्रदायिकता के खिलाफ , संघर्ष महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ , संघर्ष कारपोरेट जगत की लूट के खिलाफ , संघर्ष महिला उत्पीड़न , दलित उत्पीड़न के खिलाफ , संघर्ष खेत मजदूरों की मजदूरी में इजाफा के लिए , संघर्ष सामाजिक ताना-बाना की रक्षा के लिए ,देश के संविधान की रक्षा एवं जनतंत्र की हिफाजत के लिए ।
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में भाजपा के हाथ से सरकार छीनी गई है और महागठबंधन की सरकार बनाकर बिहार ने पूरे देश के किसानों मजदूरों तथा जनवाद पसंद लोगों को एक नई दिशा देने का काम किया है । लेकिन जो बिहार सरकार भूमिहीन गरीबों को 5 डिसमिल जमीन देने का वादा किया । 10 लाख नौजवानों को रोजगार देने का वादा किया है । उसे अविलंब पूरा करे ।
सम्मेलन का अभिनंदन करते हुए बिहार राज्य किसान सभा के उपाध्यक्ष ललन चौधरी ने कहा कि आज पूरा देश महंगाई की मार झेल रहा है। किसान अपना धान औने पौने दाम में बेच रहे हैं। एम एस पी पर खरीदारी नहीं हो रही है । किसानों के जमीन के कारपोरेटीकरण के विरुद्ध , एम एस पी को कानूनी दर्जा देने , स्वामीनाथन आयोग के अनुशंसाओं को लागू करने के लिए दिल्ली बॉर्डर पर 13 महीने तक चला ऐतिहासिक आंदोलन ने हमें संघर्ष का रास्ता दे दिया है और यह भी बतला दिया है कि एकजुट आंदोलन ही इस सांप्रदायिक और निरंकुश शासन को गद्दी से उतार शक्ति है ।
सम्मेलन का अभिनंदन बिहार राज्य किसान सभा के उपाध्यक्ष प्रभुराज नारायण राव , जनवादी लेखक संघ के संयुक्त सचिव अनिल अनल, जनवादी सांस्कृतिक मोर्चा के महासचिव मुना प्रसाद , बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के उपाध्यक्ष नीलेश झा, स्वागत समिति के अध्यक्ष चांदसी प्रसाद यादव , स्वागत सचिव प्रभुनाथ गुप्ता ने किया। सम्मेलन को सफल बनाने में म. हनीफ , सुशील श्रीवास्तव, नीरज बरनवाल , हरेंद्र प्रसाद , म. वहीद , रामा यादव , प्रकाश वर्मा , जगरनाथ यादव , महाफुज , सहीम , बबलू आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाया।
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