कैंसर मरीजों के लिए स्क्रीनिंग की सुविधा अब जिले में भी उपलब्ध

कैंसर से बचना है तो जागरूकता के साथ खानपान पर विशेष ध्यान रखें

बेतिया जिला अस्पताल बेतिया में कैंसर के मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। कैंसर मरीज के उचित इलाज तथा परामर्श के लिए टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल की शाखा एनएचएम अंतर्गत जिला गैर संचारी रोग इकाई के साथ काम कर रही है। बिहार सरकार द्वारा नेशनल हेल्थ मिशन के कैंसर स्क्रीनिंग के तहत जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, इससे कैंसर का समय पर पहचान कर इससे होने वाली मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। इस प्रोग्राम में मुख्यतः तीन तरह के कैंसर की स्क्रीनिंग की जा रही है जिसमें मुख्य रूप से मुख का कैंसर,स्तन कैंसर और गर्भाशय के मुख का कैंसर है। ये बातें एनसीडीओ डॉ मुर्तुजा अंसारी ने बताया। उन्होंने बताया कि जिला एनसीडी ओपीडी तथा विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कैंप लगा कर कैंसर मरीजों की स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके लिए टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुजफ्फरपुर की टीम जिसमें डीटीओ डॉ सोनाली प्रिया एवं नर्सिंग स्टाफ अमन कुमार पांडेय की टीम कार्य कर रही है । डॉ सोनाली ने बताया कि ग्रामीण स्तर पर भी लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक किया जाएगा और मरीजों की स्क्रीनिंग कर समुचित इलाज की व्यवस्था की जाएगी। आने वाले समय में उक्त टीम में दो नर्सिंग स्टाफ, डाटा ऑपरेटर के साथ इस कार्यक्रम का समुचित तरीके से क्रियान्वयन किया जाएगा।

कैंसर से बचना है तो जागरूकता के साथ खानपान का विशेष ध्यान रखें होमी भाभा कैंसर अस्पताल व रिसर्च सेंटर की डॉक्टर सोनाली ने बताया कि कैंसर लाइलाज नहीं है। जागरूकता की कमी होने की वजह से यह फैल रहा है। अगर शुरुआती दिनों में इसकी पहचान की जाए और जांच की जाए तो काबू पाना बेहद आसान है। इससे बचने के लिए बायोप्सी जांच आवश्यक है। रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी को लेकर गलत धारणाओं से लोग इसके इलाज से बचते हैं, ऐसे में लापरवाही से कैंसर अंतिम चरण में पहुंचकर लाइलाज हो जाता है। डॉ सोनाली ने बताया कि शरीर में किसी घाव या गांठ को एक माह से ज्यादा अनदेखा न करें। तुरंत विशेषज्ञ से मिलें और कैंसर की जांच कराएं। धूम्रपान और शराब के अधिक सेवन तथा फास्ट फूड से ज्यादा नुकसान होता है। आहार में फाइबर युक्त सामग्री फल आदि का समावेश होना चाहिए।

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