जिलास्तरीय परामर्शदात्री समिति एवं जिलास्तरीय समीक्षा समिति की बैठक सम्पन्न


बेतिया (सोनू भारद्वाज)। प्रभारी जिलाधिकारी, अनिल कुमार की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में जिलास्तरीय परामर्शदात्री समिति एवं जिलास्तरीय समीक्षा समिति, पश्चिम चम्पारण की बैठक सम्पन्न हुयी। इस अवसर पर सहायक समाहर्ता, शिवाक्षी दीक्षित, संयोजक-सह-अग्रणी जिला प्रबंधक, सतीश कुमार, वरीय उप समाहर्ता, राजकुमार सिन्हा, राजीव कुमार सहित विभिन्न बैंकों के प्रबंधक आदि उपस्थित रहे।

इस बैठक में जिले की साख, जमा, अनुपात, एसीपी, पीएमईजीपी, केसीसी, केसीसी-एएच, केसीसी-फिशरी, पीएमएमवाई, जेएलजी, जीविका स्वयं सहायता समूह, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा, अटल पेंशन, सुकन्या समृद्धि, आर-सेटी आदि की विस्तृत समीक्षा की गयी।

समीक्षा के क्रम में बताया गया कि सितंबर 2022 तक जिले का सीडी रेसियो 65.47 है। सीडी रेसियो में उत्कर्ष बैंक, बंधन बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंडिया ओवरसिज बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्रा, यूनियन बैंक की प्रगति बेहतर है। वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा आदि का अपेक्षाकृत कम है। 

प्रभारी जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अपेक्षाकृत कम प्रगति उपलब्धि वाले बैंक सीडी रेसियो हेतु निर्धारित लक्ष्य को ससमय पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वन हेतु निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति भी करें और प्रयास ऐसा करें कि निर्धारित लक्ष्य के अतिरिक्त भी लोगों को लाभ पहुंचाया जा सके।

उन्होंने कहा कि पीएमईजीपी, केसीसी, केसीसी-एएच, केसीसी-फिशरी, पीएमएमवाई, जेएलजी, जीविका स्वयं सहायता समूह, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा, अटल पेंशन, सुकन्या समृद्धि योजना अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य को पूर्ण किया जाय। साथ ही कल्याकारी योजनाओं से ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभान्वित किया जाय। 

समीक्षा के क्रम में बताया गया कि आर-सेटी द्वारा वितीय वर्ष 2022-23 में एक अप्रैल 2022 से 31 अक्टूबर 2022 तक घरेलु अगरबती निर्माण हेतु 49, दुधारू पशुपालन एवं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण हेतु 105, बकरी पालन हेतु 90, पीएमईजीपी हेतु 20 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया है। 

प्रभारी जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि ज्यादा से ज्यादा योग्य व्यक्तियों को प्रशिक्षित कराया जाय ताकि वे स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण प्रदान के क्रम में उन्हें अच्छे तरीके से प्रशिक्षित किया जाय ताकि बाद में उन्हें परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।

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