लैंगिक हिंसा का करें विरोध, महिला उत्पीड़न की तुरंत दें सूचना, विधिसम्मत होगी कार्रवाई

लैंगिक हिंसा के विरूद्ध जिलास्तरीय सेमिनार-सह-संगोष्ठी सम्पन्न।

जिलाधिकारी ने जनजागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना।

लोगों को जागरूक करने हेतु प्रभातफेरी का हुआ आयोजन

बेतिया (सोनू भारद्वाज)। लैंगिक हिंसा के विरूद्ध अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन पखवाड़ा 2022 के तहत आज समाहरणालय सभाकक्ष में जिलास्तरीय सेमिनार-सह-संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम का जिलाधिकारी, कुंदन कुमार द्वारा दीप प्रज्जवलित कर विधिवत शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, शिवाक्षी दीक्षित, डीपीओ, आइसीडीएस, नीना सिंह सहित सीडीपीओ, एलएस, सेविका आदि उपस्थित रहे।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि लैंगिक हिंसा के विरूद्ध आज महिला सशक्तीकरण दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति प्यार, संस्कार है। भारत में नारियों की पूजा की जाती है, यह हमारे देश की पहचान है। उन्होंने कहा कि बच्चों को गुड टच एवं बैड टच से अवगत कराना चाहिए। उन्हें यह बताना चाहिए अगर कोई व्यक्ति बैड टच करता है तो उसकी जानकारी तुरंत अभिभावक या उपस्थित अन्य व्यक्तियों को दें। सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों, विद्यालयों में गुड टच एवं बैड टच के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा रही है। बच्चों को इसकी जानकारी अनिवार्य रूप से दी जाय।

जिलाधिकारी ने कहा कि लैंगिक हिंसा को लेकर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन पूरी तरह सजग है। परिवार को जोड़ने में डीएलएस द्वारा भी बेहतर कार्य किया जा रहा है। परिवार टूटे नहीं इसके लिए जिला प्रशासन भी कार्य कर रहा है। महिला हेल्प लाईन के माध्यम से इस पर विशेष नजर रखी जा रही है। महिला हेल्प लाईन काउंसिलिंग करके ऐसे मामलों को सॉल्व कर रही है। उन्होंने कहा कि लैंगिक हिंसा के विरूद्ध व्यापक स्तर पर जन जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। संबंधित विभाग इस दिशा में कारगर तरीके से कार्रवाई करें तथा पीड़ितों को हर संभव सहायता पहुंचायें। लैंगिक हिंसा की सूचना देने वाले व्यक्तियों तथा पीड़ितों की जानकारी गुप्त रखी जाती है। कहीं भी किसी के साथ अगर लैंगिक हिंसा हो रही है तो इसकी जानकारी तुरंत दें। 

प्रशासनिक एवं पुलिस स्तर पर तुरंत कार्रवाई की जायेगी। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मियों को 

मैं शपथ लेता/लेती हूं कि अपने परिवार, समाज एवं देश की महिलाओं के साथ होने वाली लैंगिक हिंसा का हमेशा विरोध करूंगा/करूंगी। महिलाओं की अस्मिता को धूमिल करने वाले किसी भी कृत्य में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से मेरी भागीदारी नहीं होगी। साथ ही महिला उत्पीड़न का कोई भी मामला मेरे संज्ञान में आने पर दोषी व्यक्ति के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करवाना सुनिश्चित करूंगा/करूंगी

का शपथ दिलवाया गया। तदुपरांत जिलाधिकारी द्वारा लैंगिक हिंसा की रोकथाम के उदेश्य से जनजागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। जन जागरूकता रथ जिले के विभिन्न स्थलों पर जाकर आमजनों को जागरूक एवं प्रेरित करेगा। इसके पूर्व आइसीडीएस के तत्वाधान में जागरूता कार्यक्रम के तहत प्रातः प्रभातफेरी का आयोजन किया गया, जो समाहरणालय परिसर से प्रारंभ होकर विभिन्न चौक-चौराहों से गुजरते हुए यही पर आकर समाप्त हुआ।

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