सड़क दुर्घटना में कमी लाने हेतु नियमित रूप से कराएं वाहनों की जांच : जिलाधिकारी।

हेलमेट नहीं पहनने, सीट बेल्ट नहीं लगाने तथा अन्य यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध करें सख्त कार्रवाई।

कोहरे एवं धुंध में वाहन को सुरक्षा की दृष्टि से परिचालन हेतु आमजनों को करें जागरूक।

 लेन मार्किंग, कैट्स आई, डेलीनेटर, रिफ्लेक्टर, ब्लींकर्स, सड़क सुरक्षा चिन्ह, बैरियरर्स आदि व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने का निदेश।

नाबालिग द्वारा वाहन परिचालन पर 25 हजार रूपये जुर्माना का है प्रावधान।

बेतिया। जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न हुयी। 

इस बैठक में पुलिस अधीक्षक, बेतिया, श्री उपेन्द्र नाथ वर्मा, उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, श्री अनिल राय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। 

जिलाधिकारी ने कहा कि ठंड के मौसम में कोहरे एवं धुंध के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु विभागीय निदेशों का अक्षरशः अनुपापलन सुनिश्चित किया जाय। इस हेतु कोहरे एवं धुंध में वाहन को सुरक्षा की दृष्टि से परिचालन करने हेतु व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार के माध्यम से आमजनों को जागरूक करने की कार्रवाई अविलंब प्रारंभ की जाय। 

उन्होंने कहा कि पूर्व के वर्षों में ठंड के महीनों में कोहरे एवं धुंध कारण कुछेक सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। परिवहन विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुपालन के फलस्वरूप इस तरह की दुर्घटनाओं पर काफी हद तक कमी लायी जा सकती है। इस हेतु सभी संबंधित पदाधिकारी सभी आवश्यक कार्रवाई अविलंब सुनिश्चित करें।

उन्होंन कहा कि सड़क दुर्घटना में कमी लाने हेतु दुपहिया वाहन चालकों का नियमित हेलमेट जांच किया जाय। अक्सर देखा जाता है कि अधिकांश दुर्घटनाएं दुपहिया वाहनों से होती है। दुपहिया वाहन चालकों को हेलमेट धारण नहीं करने से दुर्घटनाओं के समय गंभीर रूप से घायल होने की स्थिति बनती है। इसी प्रकार चार पहिया वाहनों में सीट बेल्ट का इस्तेमाल करने से घायल होने से बचा जा सकता है। सीट बेल्ट की भी लगातार जांच करायी जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों के विरूद्ध एमभी एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाय। 

उन्होंने कहा कि अधिक कोहरे एवं धुंध की स्थिति में सड़कों पर वाहनों का परिचालन नहीं हो, इसे सुनिश्चित किया जाय। फॉग को लेकर सभी अधिकारी अलर्ट रहें। आरसीडी, आरडब्लूडी, बीडीओ, सीओ, एसएचओ सभी कलेक्टिव रूप से कार्य करें। हेलमेट, सीट बेल्ट, ड्राईविंग लाइसेंस आदि की जांच हेतु नियमित रूप से जांच अभियान चलाएं। 

पथ निर्माण से जुड़े कार्यपालक अभियंताओं से निर्देश दिया गया कि सड़कों के मध्य बनने वाले पुल-पुलिया वाले स्थल पर जहां डायवर्सन बनाया गया है, वहां विशेष सतर्कता बरतनी है। डायवर्सन वाले स्थल से कुछ मीटर पूर्व ही बड़ा से बैनर जो स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर हो, का अधिष्ठापन कराया जाय। साथ ही रिफ्लेक्टर का भी अधिष्ठापन कराया जाय ताकि वाहन चालकों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।

पुलिस अधीक्षक, बेतिया, श्री उपेन्द्र नाथ वर्मा ने कहा कि सभी एसएचओ कोहरे एवं धुंध को लेकर सतर्क रहेंगे तथा नियमित रूप से वाहनों की जांच कराना सुनिश्चित करेंगे। यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों के विरूद्ध नियमानुकूल कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि नाबालिंग बच्चों पर विशेष ध्यान देना होगा। नाबालिग द्वारा वाहन परिचालित किये जाने पर 25 हजार रूपये जुर्माना का भी प्रावधान है।

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