मोतिया बिन अच्छा है मोदिया बिन : प्रशांत किशोर


बेतिया (सोनू भारद्वाज) रविवार को दिन एमजेके कॉलेज मैदान परिसर में जन सुराज की 43 दिन एवम 18 प्रखंड के पैदल यात्रा करके कर जिला अधिवेशन में राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले प्रशांत किशोर ने कहा कि आज के परिवेश में सभी राजनीतिक पार्टियां जातिवाद का नारा देकर सत्ता में आना चाहती है.

इतना ही नहीं जिस बिहार की गौरव गाथा इतिहास के पन्नों में है उस बिहार को सभी ने सिर्फ लूटने का काम किया है विकसित बिहार बनाने का काम किसी ने नहीं किया है चाहे वह लालू यादव या नीतीश कुमार जहां लालू जी ने जनता को आवाज दी लेकिन ताकत नहीं थी नीतीश जी ने सुशासन की बात कही लेकिन विकसित बिहार नहीं बना सके उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर व्यंग करते हुए कहा कि आज हम सभी मोदीया बिंद हो गए हैं, जबकि मोतियाबिंद का इलाज है और मोतियाबिंद से खतरनाक मोदीया बिंद क्योंकि उन्होंने भी बिहार को विकसित राज नहीं बना सके जहां तक शिक्षा की बात करें तो बिहार की शिक्षा पूरी तरह चौपट है कॉलेजों में डिग्री बिक रही है और सरकारी विद्यालयों में खिचड़ी चल रही है उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें नेता नहीं बनना है जनता के बीच से उन्हीं के द्वारा चुने गए व्यक्ति को वे नेता बनाएंगे लगभग सभी पार्टियों के लिए उन्होंने काम किया है और सबको सफलता भी हासिल लगी है लेकिन सभी ने जनता को ठगा है अब वे जनता के लिए काम करेंगे और जनता की सरकार बनाकर ही दम लेंगे क्योंकि जब जनता का साथ हो तो प्रशांत किशोर जो कहता है वह करके दिखाता है जहां उन्होंने खुलेआम हजारों जनता के बीच पार्टी बनाने को लेकर कराएं मतदान में जनता ने जन सुराज को पार्टी बनाने का मोहर लगा दिया वही बिहार से लेकर पूरे देश में परिवर्तन की जय कारे उन नारों के साथ आकाश को गुंजित कर दिया सबसे ताज्जुब की बात की जनता प्रशांत किशोर की बातों को ध्यान से सुनती रही और जय बिहार के नारों लगातीं रही जनता के बीच यह आवाज बराबर आती रही की अब चंपारण की जनता जब चुकी है क्योंकि महात्मा गांधी ने भी यहीं से आंदोलन किया था और जो आज जन सुराज के माध्यम से हो रहा है वाकई में प्रशांत किशोर की बातों से यह साफ झलक रहा था कि जनता बदलाव चाहती है जनता नेता के पीछे घूमना नहीं चाहती है नेता के पीछे घूमना नहीं चाहती है बालिक नेता को अपने पीछे घूम आना चाहती है उन्होंने जोर देकर कहा हमें वह विकसित बिहार बनाना है जो देश के महाराष्ट्र गुजरात जैसे राज्यों की गणना में गिनती हो सके और वह तभी संभव है जब जनता का सरकार होगी अर्थात जनता का सुंदर सरकार यानी जनसुराज् मौके पर बद्री पांडे शैलेंद्र गढ़वाल गोरख महतो पुण्य देव प्रसाद तुलसी चौधरी राजू चौधरी कामाख्या प्रसाद सुशील कुमार रामदेव महतो समेत दर्जनों व्यक्तियों ने अपने अपने विचार रखे.

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