अपर मुख्य सचिव व जिला पदाधिकारी द्वारा सीएस को निर्देश
जिले में वर्तमान में 166 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर संचालित है
जल्द ही होगी नए भवन में उपचार
बेतिया (सोनू भारद्वाज)। सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। लोगों को बेहतर इलाज मिले इसके लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। अनुमंडल अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी बेहतर किया जा रहा है। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ दूरदराज एवं सुदूरवर्ती इलाकों में रह रहे लोगों को भी स्वास्थ्य सुविधाओं बेहतर का लाभ मिल सके। इसके लिए भी सरकार लगातार कई कदम उठा रही है। वही अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत के पत्र के आलोक में जिलाधिकारी पश्चिमी चंपारण कुन्दन कुमार ने सिविल सर्जन डॉ बिरेंद्र कुमार चौधरी को निर्देशित किया है कि पश्चिमी चंपारण जिला में कुल 83 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाना है जिसमें जिले के 9 विधान सभा क्षेत्र में 7 व 4 विधान परिषद क्षेत्र में 5 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शामिल है। सिविल सर्जन डॉ बिरेंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि पश्चिमी चंपारण जिले में स्वास्थ्य सेवा को बेहतर किया जा रहा और इसका परिणाम सकारात्मक भी दिखाई दे रहा है। लोगों का सरकारी अस्पताल के प्रति विश्वास बढ़ा है। सरकारी अस्पतालों में बेहतर संरचना और इलाज की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में काफी बेहतर परिणाम देखने को मिल रहा है। बेहतर सुविधाओं की वजह से सुदूरवर्ती इलाके के लोग लाभान्वित हो रहे हैं। जिले में वर्तमान में 166 हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर संचालित: डीपीएम सलीम जावेद व डीपीसी अमित कुमार गुप्ता ने बताया कि जिले में वर्तमान में 166 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर संचालित है। पिछले वित्तीय वर्ष में 57 और स्वास्थ्य केन्द्रों को बनाने का काम चल रहा है जिसमें 45 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, 9 अतिरिक्त प्रथामिक स्वास्थ्य केंद्र, तथा 3 सामूदायिक स्वास्थ केन्द्र है।
जल्द ही होगा नए भवन में स्वास्थ्य उपचार: डॉ बीके चौधरी ने कहा कि नए अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन में जल्द ही लोगों का चिकित्सीय उपचार उपलब्ध होगा। इसके के लिए स्वास्थ्य विभाग काफी तत्पर है। नए भवन मिलने से लेागों के बीच ओपीडी सेवा का बेहतर लाभ मिलेगा। बिल्डिंग के साथ नए उपस्कर भी खरीदे जाएगें। बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर लोगों को उपलब्ध हो पाएंगे। लोगों को प्रसव की सेवा आसानी से उपलब्ध हो पाएगी। स्वास्थ्य के विभिन्न कार्यक्रमों का भी संचालन आसान हो जाएगा। जल्द ही नए भवन में चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी तैनात किए जाएंगे। पुराने भवन में हो रही थी दिक्कत: जिला योजना समन्वयक अमित कुमार गुप्ता ने कहा कि पुराने भवन में लोगों के बीच चिकित्सकीय सुविधा देने में दिक्क्त आ रही थी। पुराने भवन जर्जर हो चुकी थी। जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग तत्परता से कदम उठाया।
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