बेतिया (सोनू भारद्वाज)। मुख्य सचिव, बिहार एवं जिलाधिकारी, कुंदन कुमार के निदेश के आलोक में जिलान्तर्गत पंचायतों में कार्यान्वित विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों की लगातार औचक जांच करायी जा रही है तथा समस्याओं को दूर किया जा रहा है। इसी क्रम में आज जिले की 81 पंचायतों में कार्यान्वित योजनाओं/कार्यक्रमों की औचक जाँच वरीय अधिकारियों से करायी गयी।
जिन पंचायतों में औचक जांच करायी गयी, उनमें धुमनगर, महनाकुली, भितहां, रखही चम्पापुर, मझौवा, गौनाहा, फुलियाखाड़, इंगलिशिया, सिसवा बसंतपुर, बकुलहर, जैतिया, बनकट पुरैना, लोहियरिया, दरवलिया, बरवा ओझा, बहुअरवा, भसुरारी, बिनवलिया बोदसर, यमुनापुर टडवलिया, कुकुरा, नौतनवा, शिकारपुर, डीही पकड़ी, दौनाहा, चरगांहा, खर्ग पोखरिया, देउरवा, लाकड़ सिसई, मठिया, सोमगढ़ समहौता, धोकराहां, पूर्वी नौतन, खड्डा, दक्षिण तेल्हुआ, मठिया, बगही, तौलाहा, गुदगुदी, सपही मधुबनी, सबेया, सिट्ठी, धमौरा, धनौजी, बनवरिया, लक्ष्मीपुर रमपुरवा, गीधा, नौरंगिया दोन, भगवानपुर, बैरिया, रतनमाला, महनागनी, पखनाहा डुमरिया, दक्षिणी पटजिरवा, पूर्वी नौतन, मंगलपुर काला, सिसवा भूमिहार, सिसवा बैरागी, सिरिसिया, पूर्वी तुरहापट्टी, सुगौली, धुमनगर, बसंतपुर, लक्ष्मीपुर, मधुरी, दोमाठ, रूपौलिया, सूर्यपुर, सिरिसिया, बीबी बनकटवा, बसवरिया, बकुलिया पंचगांवा, बनकटवा करमहिया, खटौरी, हथुअहवा, सेमरबारी, श्रीनगर, ठकराहां, धनहा, मधुआ, पिपरासी एवं बलुआ शामिल हैं।
जांच अधिकारियों में अनिल कुमार, उप विकास आयुक्त, राजीव कुमार सिंह, अपर समाहर्ता, अनिल राय, अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सहित बालेश्वर प्रसाद, सुधा रानी, अनिल कुमार, मनीष कुमार, मयंक सिंह, सुजीत बरनवाल, राजीव कुमार, राजकुमार सिन्हा, अभय कुमार,ब्रजभूषण कुमार, गणेश राम, लालदेव रजक, अनंत कुमार, कमलेश कुमार, अंकित राज आदि शामिल रहे।
जांच अधिकारियों द्वारा पंचायतों में उर्वरक प्रतिष्ठान/दुकान की औचक जांच सहित हर घर नल का जल, घर तक पक्की नाली गली, प्राथमिक/माध्यमिक/हाईस्कूल, एससी/एसटी/ओबीसी/अल्पसंख्यक छात्रावास, स्वास्थ्य सुविधा, आंगनबाड़ी केन्द्र, सामाजिक सुरक्षा पेंशन वितरण, पीडीएस, सड़क, अधिप्राप्ति केन्द्र, मनरेगा, आवास योजना, पंचायत सरकार भवन, दाखिल-खारिज, जमाबंदी, लगान रसीद, बंदोबस्त, बंदोबस्त अभिलेखों की डाटा इन्ट्री आदि की गहनता से निरीक्षण किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा जांच अधिकारियों को निदेश दिया गया था कि सभी निरीक्षी पदाधिकारी आवंटित पंचायत अंतर्गत उर्वरक के दुकान/प्रतिष्ठान का अनिवार्य रूप से निरीक्षण करेंगे। हर घर नल का जल के तहत योजना की स्थिति एवं उसका रख-रखाव, अंतिम छोर पर अवस्थित घरों तक जलापूर्ति का निरीक्षण, अतिरिक्त पानी या पानी के रिसाव का निरीक्षण सहित ग्रामीणों से फीडबैक एवं फोटोग्राफ्स प्राप्त करेंगे। घर तक पक्की नाली गली योजना की स्थिति एवं उसका रख-रखाव, नाला के अंतिम छोर तक नाली का निर्माण एवं सोक पीट की स्थिति आदि का गहन निरीक्षण करेंगे।
पंचायत में संचालित प्राथमिक/माध्यमिक/हाईस्कूल में छात्रों की उपस्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, भवन की स्थिति, लड़कों तथा लड़कियों के लिए शौचालय, पेयजल, बिजली, वर्दी, स्कूल की किताबें, मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना, साईकिल, पुस्तकालय, कम्प्यूटर कक्ष, प्रयोगशाला, मध्याह्न भोजन, सभी सेवाओं की गुणवता का निरीक्षण करेंगे। साथ ही निरीक्षी पदाधिकारी संचालित कक्षा में बैठकर देखेंगे कि शिक्षक कैसे पढ़ाते हैं और छात्र कैसे पढ़ रहे हैं और शिक्षण की गुणवता का आंकलन करेंगे।
स्वास्थ्य सुविधा के तहत चिकित्सकों, पारा मेडिकल स्टॉफ, आशा वर्कर की उपस्थिति एवं दवाईयां, उपकरण, बिस्तर, शौचालय, भवन की स्थिति, बिजली कनेक्शन, जलापूर्ति कनेक्शन आदि का सूक्ष्मता से निरीक्षण करेंगे तथा आमजन की प्रतिक्रिया प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही पंचायतों में कार्यान्वित अन्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों की दिशा-निर्देश के अनुरूप गहनता से जांच करेंगे।
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