8 पंचायत को बेतिया के नगर निगम से अलग करने की मांग पर भाकपा-माले ने किया जिला पदाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन

अधिकांश लोगों को उनके जमीनों का कोई कागजी प्रमाण भी प्रशासन नही दे पाया है। ऐसे में नगर निगम बनने पर उनके सामने विस्थापन की समस्या उत्पन्न होगी- विधायक

8 पंचायत को बेतिया के नगर निगम से अलग करने की मांग पर भाकपा-माले ने किया जिला पदाधिकारी के समक्ष प्रदर्शनसेना (2) अहवर मझरिया (3) पिपरा पकड़ी (4) गोनौली (5) बरवत प्रसराईन (6) पूर्वी करगहिया (7) बानूछापर एवं नौतन प्रखण्ड के (8) सनसरैया पंचायतों की 95 प्रतिशत आबादी कृषि एवं कृषि कार्य में लगे किसान मजदूरी की है। यहाँ अधिकांश गरीब एवं भूमिहिन सरकारी जमीन, पर्चा, बेतिया राज आदि के जमीनों पर अपना घर बना अपनी जिविका चलाते है। अभी तक अधिकांश लोगों को उनके जमीनों का कोई कागजी प्रमाण भी प्रशासन नही दे पाया है। ऐसे में नगर निगम बनने पर उनके सामने विस्थापन की समस्या उत्पन्न होगी और वे अपनी जमीन, जिविका और अपने आवास आदि से वंचित होंगे। नगर निगम होने पर होल्डिंग, बिजली आदि समेत दर्जनों किस्म के अतिरिक्त भारी भरकम टैक्स जनता को देने पर मजबुर होना पड़ेगा। जबकि सुविधा के मामलें में पंचायतों में भी बुरा हाल है। इसके अन्तर्गत सैकड़ों एकड़ फैले चवर, ताल-तलैया, नदी, तालाब आदि का स्वरुप बदल जाएगा। जो पर्यावरण के लिहाज से भी ठिक नहीं है। मकान, नाला आदि बनाने के लिए भी अनुमति व टैक्स देना पड़ेगा। हर कदम पर गरीबों को दर्जनों किलोमीटर दूर नगर निगम में दौड़ना पड़ेगा। यह सब भाजपा जदयू सरकार के समय भाजपा के ही मंत्री के देखरेख में और पंचायतों को नगर निगम में शामिल करने के पीछे भ्रष्ट जन प्रतिनिधियों, भूमि माफियाओं के सोची-समझी रणनीति है। 

भाकपा-माले नेता सुनील कुमार राव ने कहा कि सांसद, विधायक, नगर निगम से जुड़े पार्षद एवं पेशेवर भू-माफियागिरी को संचालित करने वाले इनलोगों के नाते, रिश्तेदारों एवं प्रभावशाली दबंगों ने यहाँ की अधिकांश जमीन खरीद रखा है। जनता के नगर निगम के आपत्ति को नजर अंदाज कर यह सब किया गया है। जिसका खमियाजा इन पंचायतों की गरीब वो कमजारे जनता को भुगतना पड़ेगा। अतः बेतिया नगर निगम में जबरन शामिल किये गये 8 पंचायतों की जनता भाकपा (माले) एवं ग्राम पंचायत बचाओ संघर्ष समिति, बेतिया, प० चम्पारण के नेतृत्व में हजारों की संख्या में प्रर्दशन में शामिल होकर आवाज उठाई, इंकलाबी नौजवान सभा जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने कहा कि है जनता के मांग पर सरकार सहानुभूति से विचार करें

इनके अलावा राजेश कुमार, सुदीश कुशवाहा, शशिभूषण प्रसाद , राजू पासवान, नूरजहां, रामजी पटेल, प्रकाश माझी, पिन्टू पटेल, भोला यादव, कृष्ण पटेल, राजेश पटेल, सम्भू पटेल आदि नेताओं ने सभा को सम्बोधित किया,

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