बेतिया में पहली बार एक साथ 7 जोड़ों का सामुहिक निकाह!

बेतिया के 400 साल पुरानी ऐतिहासिक जंगी मस्जिद में पहली बार इज्तेमाई शादी का कार्यक्रम हुआ, जिसमें सात गरीब लड़के और लड़कियों का निकाह मस्जिद में आज दिन के 11:00 बजे पढ़ाया गया।

निकाह पढ़ाते इमाम 

आज का दिन ऐतिहासिक इसलिए है कि 6 दीनी व मिल्ली जमाअत जमीअत उलमा ए हिंद, जमात इस्लामी हिंद, जमीअत अहले हदीस, इमारत शरिया बिहार, तंजीम आइम्मा ए मसाजीद, जमीअत उलमा, संस्थाओं के कार्यकर्ता मौलाना हसन मुआविया नदवी, मौलाना नजमुद्दीन कासमी, मौलाना आमिर आरफात, मौलाना नियाज अहमद कासमी, मौलाना महबूब नोमानी, मुफ्ती नौशाद आलम, मौलाना मोहम्मद यूसुफ मदनी, मौलाना अब्दुल करीम कासमी, मौलाना नसीब उल्लाह उमरी ने एकजुट होकर सिर्फ डेढ़ महीने के अंदर आज दिनांक 13 नवंबर को चंपारण की ऐतिहासिक जंगी मस्जिद में 7 जोडो की निकाह का कार्यक्रम पूरी इस्लामी रस्मो-रिवाज के साथ किया गया, जो चंपारण में पहली बार हुआ है।

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साथ ही उन्होंने बताया की हमारा लक्ष्य सिर्फ गरीब लड़के लड़कियों के सामूहिक विवाह तक सीमित नहीं रहेगा, अभी हमारी तैयारी गरीब बच्चों के एजुकेशन की भी हैं।

इसके साथ ही उनकी जरूरत के सभी समान भी दिये गए, शादी मे आए लोगो के लिए  खाने का भी इंतजाम किया गया था।

बसवरिया के मोहम्मद क्यामुद्दीन फातिमा खातून बैरिया के साथ, चनपटिया के रिजवान खान रेशमा खातून बेतिया के साथ, रामनगर के अरमान बैठा बगहा की अफसाना खातून, लौरिया के नूर इमाम चनपटिया की सकीना खातून, डी के शिकारपुर के सज्जाद मियां चनपटिया के हसीना खातून, पूर्वी चंपारण के नेहाल मिया बेलदारी बेतिया की शाहजहां खातून, अमवा मजहार बेतिया के मोहम्मद अब्दुल करीम श्रीनगर पूजा के रिजवाना खातून के साथ

कुल 7 जोड़ों का निकाह इस्लामी शरीयत के अनुसार आज जंगी मस्जिद बेतिया में किया गया जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि और बेतिया में नए इतिहास की नीव रखी गई.

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