बेतिया - एमजेके कॉलेज के छात्रों ने छात्र नेता किशन श्रीवास्तव के नेतृत्व में बिहार विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक का पुतला दहन कर घंटों नारेबाज़ी की गई।
किशन श्रीवास्तव ने कहा की स्नातक तीन वर्षों का होता है लेकिन बिहार विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री लेने में पांच से छः वर्ष का समय लग जाता है। परीक्षा नियंत्रक छात्रों के परीक्षाओं को समय पर ना करा कर उनके भविष्य को अंधकार में डालना चाहते है।
एम जे के कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित मिश्रा ने बताया कि बिहार विश्वविद्यालय हमेशा से ही छात्र हितों का विरोधी रहा है लेकिन इस बार छात्र अपने हक़ की लड़ाई लड़ने से पीछे नहीं हटेंगे। वही बीबीए विभाग के छात्र सुधांशु ने बताया कि उनका नामांकन सत्र 2020 – 2023 में हुआ था, लेकिन दो साल बीतने के बाद भी बिहार विश्वविद्यालय द्वारा अभी तक सिर्फ दो सेमेस्टर का परीक्षा लिया गया है जबकि 4 सेमेस्टर का परीक्षा बाकी है।
मौके पर आदित्य तिवारी, देवेंद्र यादव, प्रिंस, सैयद, पिंटू, उदय, आदित्य कुमार, अंकित और दर्जनों छात्र बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के परीक्षा नियंत्रक के खिलाफ़ नारेबाज़ी कर उनका विरोध करते नज़र आए।
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