मां ने अपनी ही तीन संतानों के साथ नदी में डूबकर दी जान!

लौरिया| नगर पंचायत के पकड़ी नुनियाटोली गांव की एक महिला अपनी तीनों संतानों के साथ सिकरहना नदी के तेज बहाव में कूदकर जान दे दी। घटना रविवार की रात की है नदी और मृतिका के घर की दूरी मात्र पचास से साठ मीटर की है। महिला और बच्चों के डूबने की बात में कई पेंच फंसा हुआ है। किस कारण से महिला ने अपने बच्चों के संग डूबकर इहलीला समाप्त कर ली। इसका कोई ठोस कारण घर वाले नहीं दे रहे हैं। पुलिस भी फिलहाल अभी कुछ भी बताने से परहेज कर रही है। कई लोगों ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि रात में सब्जी में नमक अधिक पड़ जाने से पति पत्नी में कहासुनी हुई और बात मारपीट में तब्दील हो गई। इधर पत्नी ने गुस्से में करीब दस बजे रात के बाद अपनी तीनों संतानों जिसमें एक पुत्री और दो पुत्र को उठाकर नाला में ढकेल दिया और स्वयं भी कूदकर जान दे दी। इधर जब रात के डेढ़ बजे पति ने देखा कि घर में पत्नी और बच्चें नहीं हैं तो वह शक के आधार पर खोजना शुरू किया। वहीं दूसरी ओर उस महिला नदी के बहाव में कुछ दूर पर महिला और उसकी पुत्री का शव बरामद हुआ, जहां महिला के के गर्दन को दाबने का चिन्ह भी दिखाई दे रहा है। महिला की पहचान कमलेश चौधरी की पत्नी आरती देवी 32 और उसकी पुत्री 8 वर्षीय सुगंधी उर्फ आंचल के रूप में हुई है। जबकि डूबे दो अन्य पुत्र जिनका शव बरामद नहीं हुआ है का नाम आशीष 6 और छोटू 6 वर्ष है। एसडीआर एफ की टीम घटनास्थल पर पहुंच कर शव को खोजने में लगी है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि डूबकर मरी महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं था। इस बाबत नरकटियागंज एसडीपीओ कुंदन कुमार द्वारा बताया गया कि अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा। हम सब हर दिशा में जांच कर रहे हैं कि आखिर क्यों, कैसे और किस कारण से एक साथ डूबकर चार जाने गईं। पुलिस हर एंगिल पर जांच कर रही है। फिलहाल मां और पुत्री का पोस्टमार्टम कराने के लिए बेतिया शव को भेजा जा रहा है। अन्य दो शवों को गोताखोर टीम खोजने में लगी है।

घटनास्थल पर बीडीओ आदित्य नारायण दीक्षित, राजस्व पदाधिकरी शशि रंजन कुमार, इंस्पेक्टर रामाश्रय यादव, थानाध्यक्ष विनोद कुमार सहित सैकड़ों ग्रामीण और नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे सभी प्रत्याशी उपस्थित हैं।

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