बेतिया। दीपावली एवं छठ महापर्व को लेकर विधि-व्यवस्था संधारण हेतु की जा रही तैयारियों की विस्तृत समीक्षा आज जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा समाहरणालय सभाकक्ष में की गयी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक, बेतिया, श्री उपेन्द्र नाथ वर्मा, उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, श्री अनिल राय, एसडीएम, बेतिया, सदर, श्री विनोद कुमार सहित सभी जिलास्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे तथा पुलिस अधीक्षक, बगहा सहित सभी एसडीएम, सभी एसडीपीओ, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी, सभी थानाध्यक्ष आदि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जु़ड़े रहे।
जिलाधिकारी द्वारा अबतक की गयी तैयारियों पर संतोष प्रकट किया गया तथा कहा गया कि दीपावली एवं छठ महापर्व को पूर्ण शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराना है। सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को सजग एवं सतर्क होकर अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन करना है।
उन्होंने कहा कि पर्व को लेकर मद्य निषेध कानून का प्रभावी तरीके से अनुपालन सुनिश्चित किया जाय। इस हेतु संवेदनशील स्थलों पर लगातार छापेमारी एवं पेट्रोलिंग करायी जाय। प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी संयुक्त रूप से पेट्रोलिंग एवं छापेमारी में भाग लेंगे। सभी एसडीएम एवं एसडीपीओ इस कार्य का लगातार अनुश्रवण करेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि बर्न केसेस को लेकर सभी को अलर्ट रहना है। जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में बर्न वार्ड तथा एंबुलेंस रेडी पोजिशन पर रखा जाय। सभी एमओआइसी बर्न वार्ड में आवश्यक दवाईयों सहित डॉक्टरों एवं नर्सेज की उपस्थिति सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने निदेश दिया कि पटाखा दुकानों की नियमित रूप से निगरानी की जाय। किसी भी सूरत में गैरकानूनी तरीके से पटाखा दुकान संचालित नहीं हो, इसे सुनिश्चित किया जाय।
छठ महापर्व की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि शहर एवं गांवों के एक-एक घाटों का भौतिक सत्यापन अनिवार्य रूप से करना है। छठ महापर्व पर स्वच्छता की विशेष महत्ता है। इस हेतु सभी घाटों सहित आने-जाने वाले मार्गों की समुचित साफ-सफाई आवश्यक है, इसे ससमय सुनिश्चित किया जाय। सभी एसडीएम अपने क्षेत्राधीन घाटों की लिस्टिंग करा लें तथा खतरनाक एवं अतिसंवेदनशील घाटों पर विशेष निगरानी रखें।
जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि घाटों की गहराई का आकलन कर लिया जाय। ज्यादा गहराई वाले स्थल की घेराबंदी कर दी जाय। खतरनाक घाटों पर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जाय। साथ ही वैकल्पिक छठ घाट की व्यवस्था स्थानीय लोगों एवं बुद्धिजीवियों से वार्ता कर कर ली जाय। ऐसे घाटों पर फ्लेक्स का अधिष्ठापन कराया जाय। संवेदनशील घाटों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।
उन्होंने कहा कि घाटों पर गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति की जाय। गोताखार सभी आवश्यक संसाधनों के साथ अलर्ट मोड में रहेंगे। साथ ही महाजाल की व्यवस्था की जाय ताकि विषम परिस्थिति में उसका उपयोग किया जा सके। छठ महापर्व को लेकर घाटों, नदियों में निजी नावों के परिचालन पर अंकुश लगाया जाना आवश्यक है। घाटों पर अथवा रास्तों में पर्याप्त रौशनी, नियंत्रण कक्ष, पब्लिक एड्रेस सिस्टम फंक्शनल रूप में होना चाहिए। साथ ही छठ घाटों पर सिविल सर्जन मेडिकल टीम की प्रतिनियुक्ति करेंगे जो फर्स्ट एड सहित अन्य जरूरी दवाओं के साथ उपस्थित रहेंगे। मेडिकल कैम्प के बाहर फ्लेक्स का अधिष्ठापन कराया जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि छठ घाटों पर सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर सभी व्यवस्थाएं पुख्ता रखी जाय। महिला व्रतियों के लिए अलग चेंजिंग रूम का अधिष्ठापन कराया जाय, जिसकी प्रॉपर तरीके से घेराबंदी हो। छठ घाटों पर पटाखों की दुकान नहीं होनी चाहिए। पटाखों की दुकान होने तथा आतिशबाजी होने से श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
असामाजिक तत्वों के साथ पूर्ण सख्ती के साथ पेश आते हुए निरोधात्मक कार्रवाई करनी है ताकि छठव्रती महिलाओं को किसी भी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। साथ ही शाम एवं सुबह के अर्घ्य के पूर्व घाटों का अच्छे तरीके से मुआयना कर लिया जाय कि कहीं किसी के द्वारा आपत्तिजनक सामग्री तो नहीं रखी गयी है।
पुलिस अधीक्षक, बेतिया, श्री उपेन्द्र नाथ वर्मा ने कहा कि दीपावली एवं छठ को लेकर सभी पुलिस अधिकारी अलर्ट रहेंगे। जुआ पर नियंत्रण, स्प्रीट कारोबारियों पर नजर रखें। जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतनी है और निरोधोत्मक कार्रवाई करनी है। संदिग्ध व्यक्तियों के मोबाईल नंबर को सर्विलांस पर रखें तथा निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करें। संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों पर लगातार छापेमारी अभियान एवं पेट्रोलिंग सुनिश्चित किया जाय।
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