60 वर्ष की उम्र के बाद नियमित रूप से कराएं स्वास्थ्य की जांच
नमक व वसायुक्त आहार कम लेने की सलाह
बेतिया (सोनू भारद्वाज) | वृद्ध जनों में स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य और अंतररारष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के मौके पर जिला स्वास्थ्य समिति में शनिवार को जागरुकता रथ को जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी मुर्तुजा अंसारी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ जिले के विभिन्न प्रखंडों में घूम कर प्रचार करेगी। सिविल सर्जन ने बताया कि 60 वर्ष की उम्र के बाद जो अवस्था आती है, वह वृद्धावस्था होती है। इस उम्र में शरीर के कई ऐसे अंग हैं, जो अपनी पूर्ण क्षमता के साथ काम नहीं करते हैं। ऐसे में उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की जरूरत है। कम नमक व वसायुक्त करें भोजन- जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ अंसारी ने बताया कि वृद्धा अवस्था में ज्यादा नमक व वसायुक्त भोजन हृदय को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा ज्यादा नमक का सेवन उच्च रक्तचाप तथा वसा शरीर में कोलोस्ट्रोल को बढ़ा देगा, जिससे हृदय और उसके वॉल्व पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा ज्यादा वजन भी वृद्धा अवस्था में हानिकारक है। मोटापा रोगों को सीधे तौर पर निमंत्रण देता है। नियमित जांच है जरूरी- जिला कार्यक्रम प्रबंधक सलीम जावेद ने कहा कि युवाओं में 30 व वृद्धावस्था में 60 साल के बाद अपने स्वास्थ्य की जांच नियमित रूप से कराते रहें। खासकर अपने रक्तचाप, ब्लड शुगर, आंख तथा अन्य स्वास्थ्य जांच जरूर कराएं। यह सब आपके निकटतम सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में बिल्कुल मुफ्त है। किसी तरह की सहायता महसूस करने पर टोल फ्री नंबर 104 पर कॉल कर सहायता मांग सकते हैं। इस मौके पर डीएंडईएमओ अमानुलाह, एफएलसी कन्हैयाजी, एनसीडी कंसल्टेंट सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे। कुछ महत्वपूर्ण बातें - नियमित व्यायाम करें - अपने वजन पर नियंत्रण रखें - तंबाकू एवं शराब का सेवन न करें- नमक एवं वसायुक्त आहार का सेवन कम से कम करें
- अधिक साग -सब्जियां और फल खाएं- तनाव मुक्त रहें- नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच निकटतम सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में कराते रहें
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